हरिद्वार: धर्मनगरी में देश के साथ-साथ विश्व से भी पर्यटक आते हैं. ऐसे में शहर को सुंदर और व्यवस्थित बनाने को लेकर जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे (DM Vinay Shankar Pandey) ने बैठक ली. इस बैठक में समाज के हर वर्ग के लोगों को आमंत्रित किया गया था. डीएम ने कहा हरिद्वार विकास परिषद का गठन (Formation of Haridwar Development Council) किया जा रहा है. जिसमें सामाजिक संगठन, एनजीओ, साधु-संतों, व्यापारियों और प्रबुद्ध नागरिकों से शहर को सुंदर और व्यवस्थित बनाने का सुझाव लिया जाएगा.
6 से 12 सालों में हरिद्वार में कुंभ का आयोजन (Kumbh organized in Haridwar) होने के बावजूद आज तक कुंभ नगरी व्यवस्थित नहीं हो पाई है. हर बार शहर की साज-सज्जा पर पैसा खर्च किया जाता है, लेकिन स्थायी व्यवस्थाओं पर ध्यान नहीं दिया जाता. शहर को व्यवस्थित करने के लिए जिलाधिकारी ने एक महत्वपूर्ण बैठक ली. जिसमें हर वर्ग के लोगों को आमंत्रित किया गया था.
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डीएम ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा हरिद्वार विकास परिषद का गठन किया जा रहा है. जिसमें शहर के हर वर्ग के चुनिंदा लोगों को रखा जाएगा, जो लोग शहर के विकास के साथ-साथ शहर को सुंदर और व्यवस्थित बनाने के लिए अपने सुझाव देंगे और जो कार्य कराए जाएंगे, उन पर निगरानी भी रखेंगे.
डीएम ने कहा कि लंबे समय से महसूस किया जा रहा था कि हरिद्वार जिले का हॉलिस्टिक डेवलपमेंट (Holistic Development of Haridwar District) होना चाहिए. इस काउंसिल को बनाने का मुख्य उद्देश्य है कि शहर के सुनियोजित और समग्र विकास में सभी की भागीदारी हो. इसके लिए जिला प्रशासन की पहल पर हरिद्वार विकास परिषद का गठन किया जा रहा है. जिसके लिए आज पहली बैठक की गई और समाज के लगभग हर वर्ग को इसमें आमंत्रित कर उनसे सुझाव मांगे गए.
हरिद्वार विकास परिषद का मुख्य उद्देश्य (Main objective of Haridwar Development Council) शहर की तमाम समस्याओं के साथ-साथ शहर का सौंदर्यीकरण और समग्र विकास करना होगा. हरिद्वार विकास परिषद द्वारा दिए गए सुझावों पर जो कार्य कराए जाएंगे, उनका निरीक्षण भी हरिद्वार विकास परिषद द्वारा किया जाएगा. हरिद्वार विकास परिषद की बैठक में आवश्यकता अनुसार कार्रवाई की जाती रहेगी.