हरिद्वार: 17 जुलाई से शुरू हुए कांवड़ मेले का समापन मंगलवार को हो गया. 14 दिन तक चले कांवड़ मेले में प्रशासनिक दावों के अनुसार करीब चार करोड़ से ज्यादा कांवड़िये हर की पैड़ी से जल भरकर अपने गंतव्य को रवाना हुए.
कांवड़ मेले की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार की ओर से पहली बार दो करोड़ रुपए हरिद्वार जिला प्रशासन को दिए गए थे. कावड़ मेले में करीब 10 हजार सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी. इसमें अर्धसैनिक बलों से लेकर राज्य के गढ़वाल और कुमाऊं मंडल की पुलिस तैनात थी. कावड़ मेला संपन्न होने के बाद राज्य सरकार, जिला प्रशासन और पुलिस ने राहत की सांस ली है.
मंगलवार को शिवरात्रि के मौके पर हरिद्वार के विश्व प्रसिद्ध दक्ष मंदिर में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने विशेष पूजा-अर्चना की. इस मौके पर हरिद्वार के जिलाधिकारी और एसएसपी ने भी हर की पैड़ी से गंगाजल लेकर दक्ष मंदिर में जलाभिषेक किया. राज्य सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि यह पहली बार है कि बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार कांवड़ मेले में आए. बिना किसी बड़ी घटना के कावड़ मेला संपन्न हो गया है.
कांवड़ मेले को संपन्न कराना प्रशासन के लिए हमेशा से ही बड़ी चुनौती रहा है. कावड़ मेला संपन्न होने के बाद प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है. जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी का कहना है कि कांवड़ मेले को सकुशल संपन्न कराने की उनकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी थी. इस मेले में चार करोड़ लोग गंगाजल भरने हरिद्वार आए और वह सकुशल संपन्न हुआ. उन्होंने कहा कि कांवड़ मेले में स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन की काफी मदद की है.
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दक्ष प्रजापति मंदिर में शिव का जलाभिषेक करने पहुंचे एसएसपी जन्मेजय खंडूरी का कहना है कि कांवड़ मेले में करोड़ों की तादाद में शिवभक्त हरिद्वार गंगा जल लेने आए. सभी शिव भक्तों को उनके गंतव्य की ओर सकुशल रवाना कराया गया. इस कांवड़ मेले में करीब चार करोड़ से ऊपर शिवभक्त हरिद्वार गंगा जल लेने आए.