रुड़की: सरकडी ताहरपुर गांव एक बार फिर चर्चाओं में आ गया है. ताहरपुर गांव के प्रधान पर किसानों से मनरेगा के तहत पाइपलाइन बिछाने के एवज में 25-25 हजार रुपये वसूलने के आरोप लगाया है. जिसके बाद खंड विकास कार्यालय से अधिकारियों की एक टीम मामले की जांच के लिए गांव पहुंची. जांच के दौरान अधिकारियों को किसानों के खेतों में पाइपलाइन नजर नहीं आया. जबकि 9 पाइप लाइन बिछाने के लिए सरकार की तरफ से भारी बजट की मंजूरी दी गई थी.
एडीओ पंचायत बिजेंद्र सैनी ने बताया कि प्रधान को बुलाने के बाद भी वो मौके पर नहीं पहुंचीं. जांच के दौरान मौके पर बड़ी खामियां मिली हैं. जल्द ही आला अधिकारियों को जांच रिपोर्ट भेज दी जाएगी. वहीं अब इस जांच के बाद ग्राम प्रधान की मुश्किलें बढ़ सकतीं हैं.
बता दें कि रुड़की के सरकडी ताहरपुर गांव के समाजसेवी दानिश गौड़ ने जिला प्रशासन ने गांव में पाइप लाइन बिछाने में गड़बड़ी की शिकायत की थी. किसानों का आरोप है कि प्रधान ने गांव के किसानों से पाइपलाइन की एवज में 25-25 हजार रुपए वसूले हैं. जिसके बाद जिला प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए थे.
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मामला 2018-19 का है. जब गांव में सिंचाई के लिए मनरेगा के तहत पाइपलाइन बिछायी जा रही थी. इस दौरान किसानों ने ग्राम प्रधान पर 25-25 हजार रुपए वसूलने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों की शिकायत पर गांव में जांच करने पहुंची रुड़की ब्लॉक की टीम भी उस समय हैरत में पड़ गई. जब मौके पर कहीं भी पाइप लाइन नजर नहीं आई.