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Sawan Last Somwar 2023: सावन के आखिरी सोमवार पर शिव मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, हर तरफ हर हर महादेव - सावन सोमवार पूजा

Last Monday of Sawan भगवान शिव को देवों के देव महादेव कहा जाता है. सावन महादेव का प्रिय महीना है. हालांकि सावन का महीना 31 अगस्त को समाप्त होगा, लेकिन आज सावन के महीने का आखिरी सोमवार है. इस बार सावन दो महीने का रहा. ऐसा अधिक मास के चलते हुआ. सावन के आखिरी सोमवार पर शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ी है. Shiva worship

Sawan Last Somwar 2023
सावन सोमवार
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 28, 2023, 9:45 AM IST

Updated : Aug 28, 2023, 11:26 AM IST

सावन के आखिरी सोमवार पर पूजा अर्चना

लक्सर: सावन के आखिरी सोमवार पर शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी है. श्रद्धालु भगवान शिव को जलाभिषेक कर रहे हैं. ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव को जलाभिषेक करने से हर मनोकामना पूरी होती है. सावन में शिव भक्ति का विशेष फल मिलने की भी मान्यता है.

Sawan Last Somwar 2023
लक्सर के पंचलेश्वर महादेव मंदिर में पूजा करते लोग

आज है सावन का आखिरी सोमवार: आज सावन का आखिरी सोमवार है. हरिद्वार में भोलेनाथ की ससुराल दक्षेश्वर मन्दिर, लक्सर क्षेत्र के प्राचीन शिव मंदिर पतलेश्वर मंदिर और पंचेश्वर महादेव मंदिर पर भक्त जलाभिषेक करने पहुंच रहे हैं. पंचलेश्वर महादेव मंदिर के महंत नरेश महाराज ने बताया कि सावन माह के दौरान प्रतिदिन सुबह रुद्राभिषेक किया जाता है. श्रद्धालु सुबह ही मंदिर पहुंचना शुरू हो जाते हैं. शिवलिंग पर जल चढ़ाकर पूजा-अर्चना करते हैं.

सावन के आखिरी सोमवार पर शिव मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़: सावन मास में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होता है. इस माह के दौरान जो भी भक्त भगवान शिव की मन से पूजा करता है, ऐसी मान्यता है कि भगवान भोलेनाथ उसकी हर मनोकामना को पूर्ण करते हैं. लक्सर के प्राचीन शिव मंदिर में दूर-दूर से आकर श्रद्धालु पूजा अर्चना करते हैं.

इस बार दो माह का रहा सावन: कहा जाता है कि भोलेनाथ शंकर सीधे और सरल स्वभाव के हैं. भगवान शिव मात्र एक लोटे जल से ही प्रश्न हो जाते हैं. इस बार ज्योतिषाचार्य की गणना के अनुसार दो माह का सावन रहा है. जिसके अनुसार इस बार आठ सावन के सोमवार पड़े हैं. कहा जाता है कई वर्षों के बाद ऐसा संयोग बनता है, जिसमें दो माह का सावन होता है.
ये भी पढ़ें: केदारनाथ में सावन का सोमवार, ब्रह्मकमल से की गई भोलेनाथ की पूजा-अर्चना
ये भी पढ़ें: Sawan 3rd Somwar 2023: हरिद्वार दक्षेश्वर महादेव मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, जानें क्या है महत्व

सावन के आखिरी सोमवार पर पूजा अर्चना

लक्सर: सावन के आखिरी सोमवार पर शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी है. श्रद्धालु भगवान शिव को जलाभिषेक कर रहे हैं. ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव को जलाभिषेक करने से हर मनोकामना पूरी होती है. सावन में शिव भक्ति का विशेष फल मिलने की भी मान्यता है.

Sawan Last Somwar 2023
लक्सर के पंचलेश्वर महादेव मंदिर में पूजा करते लोग

आज है सावन का आखिरी सोमवार: आज सावन का आखिरी सोमवार है. हरिद्वार में भोलेनाथ की ससुराल दक्षेश्वर मन्दिर, लक्सर क्षेत्र के प्राचीन शिव मंदिर पतलेश्वर मंदिर और पंचेश्वर महादेव मंदिर पर भक्त जलाभिषेक करने पहुंच रहे हैं. पंचलेश्वर महादेव मंदिर के महंत नरेश महाराज ने बताया कि सावन माह के दौरान प्रतिदिन सुबह रुद्राभिषेक किया जाता है. श्रद्धालु सुबह ही मंदिर पहुंचना शुरू हो जाते हैं. शिवलिंग पर जल चढ़ाकर पूजा-अर्चना करते हैं.

सावन के आखिरी सोमवार पर शिव मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़: सावन मास में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होता है. इस माह के दौरान जो भी भक्त भगवान शिव की मन से पूजा करता है, ऐसी मान्यता है कि भगवान भोलेनाथ उसकी हर मनोकामना को पूर्ण करते हैं. लक्सर के प्राचीन शिव मंदिर में दूर-दूर से आकर श्रद्धालु पूजा अर्चना करते हैं.

इस बार दो माह का रहा सावन: कहा जाता है कि भोलेनाथ शंकर सीधे और सरल स्वभाव के हैं. भगवान शिव मात्र एक लोटे जल से ही प्रश्न हो जाते हैं. इस बार ज्योतिषाचार्य की गणना के अनुसार दो माह का सावन रहा है. जिसके अनुसार इस बार आठ सावन के सोमवार पड़े हैं. कहा जाता है कई वर्षों के बाद ऐसा संयोग बनता है, जिसमें दो माह का सावन होता है.
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Last Updated : Aug 28, 2023, 11:26 AM IST
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