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दरबार-ए-साबरी में पेश की गई चादर, कोविड नियमों का किया गया पालन - Anjuman Ghulamane Mustafa Society Reg. The organization

अंजुमन गुलामाने मुस्तफा सोसायटी रजि. संस्था ने आज हर साल की तरह इस साल भी विश्व प्रसिद्ध दरगाह हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली की दरगाह में चादर चढ़ाई.

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दरबार-ए-साबरी में पेश की गई चादर
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Published : Oct 24, 2020, 8:45 PM IST

रुड़की: सूफी-संतों की नगरी पिरान कलियर में विश्व प्रसिद्ध दरगाह हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक के 752 वें सालाना उर्स का आयोजन किया जा रहा है. आज 6 रविउल के मौके पर जिले की मुस्लिम विख्यात संस्था अंजुमन गुलामाने मुस्तफा सोसायटी रजि. द्वारा प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी दरबार-ए-साबरी में चादर पेश की गई. इस दौरान मुल्क में चैन और अमन के साथ ही कोरोना महामारी से निजात की दुआएं मांगी गई.

अंजुमन गुलामाने मुस्तफा सोसायटी रजि. जिले की मुस्लिम प्रतिनिधि संस्था है. सोसायटी की ओर से सामाजिक व धार्मिक कार्यों को अंजाम दिया जाता है. शनिवार को 6 रविउल अव्वल के मौके पर सोसायटी के पदाधिकारियो ने कोविड नियमों के अनुसार दरबार-ए-साबरी में चादर व अकीदत के फूल पेश किए. साथ ही मुल्क में अमनो अमान सलामती की दुआएं मांगी गई.

दरबार-ए-साबरी में पेश की गई चादर

पढ़ें- : उत्तराखंड का पहला 'रामसर साइट' बना आसन कंजर्वेशन रिजर्व, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

सोसायटी के सदर हाजी सफी खान ने बताया सोसायटी हर साल उर्स की 6 तारीख को साबिर पाक में बड़े हर्षोल्लास के साथ चादर पेश करती है. मगर इस बार कोरोना के कारण इस कार्यक्रम में कुछ ही लोगों को परमिशम दी गई है.

पढ़ें- पोलियो मुक्त भारत : विश्व पोलियो दिवस

सोसायटी के संरक्षक व पूर्व राज्यमंत्री हाजी नईम कुरैशी ने बताया संस्था बड़े स्तर पर लगातार धार्मिक व सामाजिक कार्य करती है. जिसमें सोसायटी पिछले 30 वर्षों से समाज मे पैगम्बर मुहम्मद साहब की शिक्षाओं के प्रचार-प्रसार और इस्लाम की प्रेम धारा यानी सूफीमत के प्रचार के माध्यम से लगातार प्रेम और भाईचारे का संदेश देती रही है. सेकेट्री चौधरी शादाब कुरैशी ने बताया संस्था शिक्षा, स्वास्थ्य एवं समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के तबके ही सहायता के लिए हमेशा आगे रहती है.

रुड़की: सूफी-संतों की नगरी पिरान कलियर में विश्व प्रसिद्ध दरगाह हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक के 752 वें सालाना उर्स का आयोजन किया जा रहा है. आज 6 रविउल के मौके पर जिले की मुस्लिम विख्यात संस्था अंजुमन गुलामाने मुस्तफा सोसायटी रजि. द्वारा प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी दरबार-ए-साबरी में चादर पेश की गई. इस दौरान मुल्क में चैन और अमन के साथ ही कोरोना महामारी से निजात की दुआएं मांगी गई.

अंजुमन गुलामाने मुस्तफा सोसायटी रजि. जिले की मुस्लिम प्रतिनिधि संस्था है. सोसायटी की ओर से सामाजिक व धार्मिक कार्यों को अंजाम दिया जाता है. शनिवार को 6 रविउल अव्वल के मौके पर सोसायटी के पदाधिकारियो ने कोविड नियमों के अनुसार दरबार-ए-साबरी में चादर व अकीदत के फूल पेश किए. साथ ही मुल्क में अमनो अमान सलामती की दुआएं मांगी गई.

दरबार-ए-साबरी में पेश की गई चादर

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सोसायटी के सदर हाजी सफी खान ने बताया सोसायटी हर साल उर्स की 6 तारीख को साबिर पाक में बड़े हर्षोल्लास के साथ चादर पेश करती है. मगर इस बार कोरोना के कारण इस कार्यक्रम में कुछ ही लोगों को परमिशम दी गई है.

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सोसायटी के संरक्षक व पूर्व राज्यमंत्री हाजी नईम कुरैशी ने बताया संस्था बड़े स्तर पर लगातार धार्मिक व सामाजिक कार्य करती है. जिसमें सोसायटी पिछले 30 वर्षों से समाज मे पैगम्बर मुहम्मद साहब की शिक्षाओं के प्रचार-प्रसार और इस्लाम की प्रेम धारा यानी सूफीमत के प्रचार के माध्यम से लगातार प्रेम और भाईचारे का संदेश देती रही है. सेकेट्री चौधरी शादाब कुरैशी ने बताया संस्था शिक्षा, स्वास्थ्य एवं समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के तबके ही सहायता के लिए हमेशा आगे रहती है.

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