हरिद्वारः पतंजलि योगपीठ की फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल है. पुलिस की मानें तो आरोपी फर्जी वेबसाइट बनाकर 15 दिन में 16 लाख से भी ज्यादा की रकम ठग चुके थे. इतना ही नहीं आरोपी ठगी की रकम से मकान और गाड़ियां खरीद चुके थे.
हरिद्वार एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि बीती 2 अगस्त को पतंजलि योगपीठ के आचार्य रजनीश उर्फ स्वामी बजरंग देव ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने बताया था कि बीते कुछ महीनों से पतंजलि में इलाज के नाम पर फर्जी बुकिंग हो रही है. साथ ही बीमार पीड़ित से ठगी की जा रही है. जिससे पतंजलि योगपीठ की छवि खराब हो रही है.
शिकायत मिलते ही थाना बहादराबाद में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया और जांच पड़ताल शुरू की. जांच में पता चला कि बिहार के नवादा में रहने वाले युवकों ने इस फ्रॉड को अंजाम दिया है. आरोपियों ने लंदन की आईपी एड्रेस (IP Address) और इंटरनेशनल पेमेंट से ही डोमेन (Domain) खरीदा है. जिससे उन्होंने पतंजलि की फर्जी वेबसाइट तैयार की है.
इसी वेबसाइट के जरिए आरोपी पतंजलि में इलाज कराने आ रहे भोले भाले लोगों को ठगी का शिकार बना रहे थे. इतना ही नहीं आरोपी फर्जी आईडी के सिम के जरिए ऑनलाइन वॉलेट, पेटीएम समेत अन्य बैंक खातों से अमाउंट ट्रांसफर करते थे. लोगों के खातों का एक्सेस लेकर उनसे पैसा निकालते थे.
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साथ ही IFSC कोड को भी काउंटरफिट कर हरिद्वार का डिस्प्ले कर देते थे. ताकि, पीड़ित को विश्वास हो जाए कि यह खाता पतंजलि योगपीठ का ही है. जबकि, वास्तविक रूप से खाते बंगाल, बिहार, उड़ीसा और तमिलनाडु के पाए गए. वहीं, जब जांच पड़ताल की गई तो आरोपियों के खाते की केवाईसी स्थान, एटीएम विड्रॉल का स्थान, वेबसाइट क्रिएशन का स्थान यूनाइटेड किंगडम समेत अन्य देशों में होना पाया गया.
वहीं, मामले में आरोपियों की धरपकड़ के लिए हरिद्वार एसएसपी अजय सिंह के निर्देशन में टीम का गठन किया गया. गठित टीम ने तमाम प्रयासों से 10 अगस्त को बिहार के नवादा जिले के ग्राम सोहजाना से बुकिंग के लिए बनाए फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया. जहां ग्रामीणों के भारी विरोध के बावजूद दो साइबर ठगों को गिरफ्तार किया.
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनकी मोबाइल की जांच की गई. जिसमें पता चला कि वो सॉफ्टवेयर की मदद से अपने फोन की प्रॉक्सी (Proxy) लोकेशन किसी अन्य स्थान कर सकते हैं. ऐसे में पीड़ित को जिस नंबर से कॉल आती थी, उनकी लोकेशन देश के विभिन्न जगहों मुंबई, असम, कोलकाता की दिखती थी. आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल है. जिसे विधिक कार्रवाई के बाद परिजनों को सौंप दिया गया.
इन फर्जी वेबसाइट से करते थे ठगी
- patanjaliyoggramyogram@gmail.com
- http://yogaonline.in
आरोपी के नाम
- सुरेंद्र चौधरी पुत्र बिशुन चौधरी, निवासी- ग्राम कविरपुर, थाना शेखुपुर सराय, जिला शेखपुरा, बिहार
- नाबालिग, निवासी- जिला शेखपुरा, बिहार
ठगी के पैसे से खरीदे मकान और वाहनः वहीं, एक आरोपी को सीजेएम कोर्ट नवादा में पेश किया गया. जहां से ट्रांजिट रिमांड हासिल कर हरिद्वार लाया गया. आरोपियों के बयान और मोबाइल से मिले साक्ष्यों के आधार पर अन्य आरोपियों को भी ट्रेस किया जा रहा है. आरोपी महज 15 दिन में 16.3 लाख की कमाई कर चुके थे. इतना ही नहीं इसी रकम से दो नए मकान, एक बोलेरो और एक स्कॉर्पियो खरीदी थी.