रुड़की: एसटीएफ, एफडीए विजिलेंस और ड्रग विभाग की संयुक्त टीम ने रुड़की में नकली दवाई बनाने वाली एक कंपनी में छापा मारा. टीम ने करीब एक करोड़ रुपये कीमत की नकली दवाइयां और कैप्सूल बरामद किए हैं. इस दौरान टीम ने मौके से एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया है. वहीं विभाग की इस कार्रवाई के दौरान ड्रग माफियाओं में हड़कंप मचा रहा. टीम ने इस कार्रवाई के बाद कंपनी की फैक्ट्री को सील कर दिया है.
नकली दवा कंपनी पर छापा: मंगलवार की देर रात ड्रग विभाग और एफडीए विजिलेंस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने रुड़की में गंगनहर कोतवाली क्षेत्र की एक नकली दवाई बनाने वाली फैक्ट्री में छापा मारा. मतलबपुर गांव स्थित हनुमान मंदिर के सामने वाली गली में घरनुमा नाम की एक दवाई बनाने वाली कंपनी में छापा मारकर नकली दवाई बनाने का भंडाफोड़ किया. इस दौरान टीम ने मौके से भारी मात्रा में नकली दवाइयों का जखीरा बरामद किया है.
एक करोड़ से अधिक की नकली दवाइयां बरामद: छापेमारी के दौरान पकड़ी गई नकली दवाइयों की कीमत करीब एक करोड़ रुपये बताई गई है. छापा मारने वाली टीम ने मौके से फैक्ट्री संचालक अमित धीमान पुत्र सुरेश चंद निवासी मतलबपुर कोतवाली गंगनहर रुड़की को भी गिरफ्तार किया है. बताया गया है कि आरोपी को मालूम था कि बरसात के मौसम में खांसी और बुखार के मरीजों में इजाफा हो जाता है. इसलिए वह अपनी कंपनी में खांसी, बुखार और एंटीबायोटिक दवाइयां तैयार करता था.
पशुओं का चारा सप्लायर बनाने लगा नकली दवाई: बताया गया है कि आरोपी पहले पशुओं का चारा सप्लाई करता था. उसकी हरियाणा, पंजाब के दवा सप्लायरों से खासी जान पहचान थी. इसी के चलते आरोपी ने उनसे एंटीबायोटिक दवाइयों के ऑर्डर लेने शुरू किए थे. जिसके बाद आरोपी चार महीने में ही बड़ा सप्लायर बन गया था. बताया गया है कि आरोपी एक माह में करीब 40 लाख की दवायां सप्लाई करता था.
नकली दवा फैक्ट्री में बरामद हुआ ये माल: वहीं लोगों की जान से खिलवाड़ करने वाली इस नकली दवाई फैक्ट्री में छापेमारी के दौरान टीम को मौके से 18 लाख पैकेट दवाइयां, 5 लाख खुली हुई दवाइयां, 5 बड़ी मशीन, 20 कट्टे कच्चा माल और 5 बंडल प्रिंटेड दवाइयां बरामद हुईं. इसी के साथ दवाइयों के रैपर भी बरामद हुए हैं. वहीं ड्रग विभाग की इस कार्रवाई से ड्रग माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है.
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नकली दवा फैक्ट्री में जानवरों के लिए भी बनती थी दवाई: ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने बताया कि मौके से टीम ने करीब 60 पेटियां नकली दवाई और भारी मात्रा में नकली कैप्सूल बरामद किए हैं. नकली दवाइयों की कीमत एक करोड़ से अधिक है. ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने लोगों से कहा कि इस तरह की कंपनी या गोदाम में यदि कोई संदिग्ध गतिविधि या नकली दवाइयों के निर्माण की सूचना मिले तो वह तत्काल विभाग को सूचित करें, ताकि समय रहते ऐसे गोदाम व कंपनियों पर कार्रवाई की जा सके. उन्होंने बताया कि विभाग की यह कार्रवाई जारी रहेगी. ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने बताया कि इस कंपनी में बनाई जा रही दवाइयां लोगों के साथ ही पशुओं के लिए भी इस्तेमाल में लाई जा रही थी.
घरनुमा दवा कंपनी सील: वहीं, नायब तहसीलदार ब्रज मोहन सिंह ने बताया कि मतलबपुर में ड्रग विभाग की टीम के साथ छापेमारी की गई है. कंपनी के अंदर से भारी मात्रा में नकली दवाइयों का जखीरा बरामद किया गया है. उन्होंने बताया कि कार्रवाई के बाद घरनुमा कंपनी को सील कर दिया जाएगा.
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