हरिद्वार: जिले में पांच कोरोना मरीजों में संक्रमण की पुष्टि के बाद अभी तक उनके संपर्क में आए विभिन्न लोगों को कोविड-19 आरक्षित अस्पतालों में भर्ती करके उनकी निगरानी की जा रही है. तमाम सुविधाओं के बाद भी मरीज डॉक्टरों से अजीबो- गरीब फरमाइश कर रहे हैं. डॉक्टरों के मुताबिक ये लोग सिगरेट और पान मसाला की डिमांड कर रहे हैं. जिसके बाद डॉक्टरों की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
हरिद्वार के मुख्य आइसोलेशन अस्पताल के लिए ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्साल में अब तक 124 ऐसे संदिग्ध व्यक्तियों को रखा गया है जो कोरोना पॉजिटिव लोगों के संपर्क में आए थे. इनमें से 48 मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है. जबकि 82 लोग अभी भी डॉक्टरों की सघन निगरानी में रखे गए हैं. डॉक्टरों से संदिग्ध व्यक्ति अलग-अलग तरह की फरमाइश कर रहे हैं. कोई डॉक्टरों से बीड़ी मंगाने को कहता है तो कोई गुटका मांगता है. इसके बावजूद भी डॉक्टर संयम बरतते हुए इनकी देखभाल कर रहे हैं.
जिला अस्पताल से संबद्ध डॉ. आशुतोष का कहना है कि प्रशासन द्वारा इनके लिए काफी उचित बंदोबस्त किए गए हैं. इन्हें नाश्ता में दूध भी दिया जाता है. उसके बाद दोपहर का भोजन भी दिया जाता है. फिर रात को भोजन मुहैया कराया जाता है.
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इसके बावजूद भी तैनात डॉक्टरों को कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई मरीज अपनी उल्टी सीधी मांगों को लेकर डॉक्टरों को परेशान कर रहे हैं. कई बार तो ये लोग अपना गुस्सा डॉक्टरों पर निकालते हैं. हालांकि डॉक्टरों को इन मरीजों के साथ संयम बरतने के आदेश दिए गये हैं.