लक्सर: खानपुर विधानसभा क्षेत्र के कलासिया गांव में 4 साल पहले बाढ़ आई थी. उस दौरान नीलधारा गंगा का तटबंध टूट गया था, जिससे किसानों की हजारों बीघा जमीन बह गई थी और फसलें बर्बाद हो गई थीं. 4 साल बीत जाने के बाद भी तटबंध को दुरुस्त नहीं किया जा सका है. ऐसे में ग्रामीणों को मॉनसून का डर भी सता रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि इस मामले को प्रशासन के समक्ष कई बार उठाया जा चुका है, लेकिन कोई भी जिम्मेदार इस तटबंध की मरम्मत कराने की जहमत नहीं उठा रहा है.
दरअसल, लक्सर तहसील क्षेत्र के खानपुर विधानसभा क्षेत्र के कलसिया डूमनपुरी गांव में साल 2017 में बाढ़ आई थी. बाढ़ के कारण नीलधारा गंगा का तटबंध टूट गया था. इससे किसानों की करीब 5,000 बीघा कृषि योग्य भूमि नीलधारा में समा गई थी. तब से लेकर आज तक टूटे तटबंध की मरम्मत नहीं की जा सकी. वहीं, इस आपदा का दर्द किसान 4 साल बाद भी झेल रहे हैं.
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वहीं, स्थानीय लोगों का कहना कि हम पिछले 4 सालों से इस समस्या के दंश को झेल रहे हैं, लेकिन शासन-प्रशासन और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है. हरसाल मॉनसून सीजन आने पर स्थानीय लोगों को बाढ़ का खौफ रहता है. लोगों का कहना है कि प्रशासन से कई बार गुहार लगाई गई, लेकिन उनकी समस्या की सुध कोई नहीं ले रहा है.
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वहीं, उप जिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी का कहना है कि उनके द्वारा इस जगह का स्थलीय निरीक्षण किया गया है, समस्या काफी बड़ी है. फिलहाल सिंचाई विभाग के अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया दिया है. तटबंध के पुनर्निर्माण का प्रपोजल बना दिया गया है. इसे सरकार के पास भेजा जाएगा और स्वीकृति मिलने के बाद ही तटबंध का पुनः निर्माण हो सकेगा.