हरिद्वार: हाल ही में हरिद्वार में हुए जिला पंचायत चुनावों में मिली करारी शिकस्त के बाद आत्ममंथन करने के बजाए कांग्रेस अब सत्तारूढ़ भाजपा पर चुनाव में धांधली कर जीत हासिल करने का आरोप लगा रही है. चुनाव में हुई गड़बड़ियों को लेकर सोमवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर सत्याग्रह किया. इस दौरान हैरानी की बात यह रही कि इस कार्यक्रम में न तो कांग्रेस के जिलाध्यक्ष और ना ही महानगर अध्यक्ष शामिल हुए, यहां तक की कुछ विधायक भी अंतिम समय में सिर्फ नाम मात्र के लिए हाजिरी दिखाने के लिए पहुंचे.
पहले विधानसभा चुनाव में भाजपा के हाथों करारी शिकस्त खाने के बाद भी शायद कांग्रेस अपनी बुनियाद मजबूत नहीं कर पाई, जिसका नतीजा हाल ही में हरिद्वार में हुए जिला पंचायत चुनाव में देखने को मिला, जिसमें कांग्रेस के हाथों से एक बार फिर छोटी सरकार यानी जिला पंचायत की कुर्सी निकल गई. इस चुनाव में कांग्रेस बमुश्किल 8 सीटें ही जीत पाई. चुनाव हारने के बाद कांग्रेस अब चुनावों में गड़बड़ी का रोना रो रही है. इसी को लेकर सोमवार को सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर कांग्रेसियों ने तंबू लगा करीब दो घंटे का सत्याग्रह कार्यक्रम किया. इस कार्यक्रम में पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष ने भाजपा पर सत्ता का दुरुपयोग कर सीटें जीतने का गंभीर आरोप लगाया.
पीसीसी अध्यक्ष करण महरा का कहना है कि भाजपा ने जिला पंचायत में मैंडेट छीना है. चुनाव में भाजपा के हाथ 13 सीटें आई है, जिसमें आपने देखा होगा की 3 सीटों पर रिकाउंटिंग के बाद भाजपा का प्रत्याशी विजयी घोषित हुआ. भाजपा ने जिस तरीके से 13 सीटों को पाने के लिए धन बल, लोगों को डरा धमका कर और सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर विजय हासिल की है. इसी के विरोध में आज हम यहां पर सत्याग्रह करने आए हैं.
पढ़ें- हरिद्वार जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी किरण चौधरी ने किया नामांकन, निशंक समेत दिग्गज रहे मौजूद
उन्होंने कहा कि जो लोग पैसों की लालच में कांग्रेस छोड़ भाजपा में गए हैं. उन लोगों का मूक समर्थन अंकिता हत्याकांड के दोषियों को है. इसके साथ प्रदेश सरकार द्वारा जितने घोटाले किए गए हैं, उन सभी में लोगों का मूक समर्थन है. आज हरिद्वार की जनता हमसे पूछ रही है कि पार्टी के नाम पर जिन लोगों को वोट दिया. वह लोग ऐसे लोगों की गोद में जाकर बैठ गए हैं, जो सिर्फ प्रदेश की जनता का शोषण कर रहे हैं. उन्होंने माना कि जो लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं. उन्हें पार्टी संभाल नहीं पा रही है. इसके पीछे उन्होंने सरकार का दबाव है. आज प्रदेश की जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है.
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को लेकर दिए बयान पर करण माहरा ने कहा कि उन्होंने प्रीतम सिंह को लेकर कोई आरोप नहीं लगाया. उन्होंने कहा कि इस समय पार्टी महंगाई, भ्रष्टाचार अंकिता हत्याकांड बेरोजगारी भर्ती घोटाले के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है. तो ऐसे में हम आपस में एक दूसरे के खिलाफ बोलने की बजाय अगर भाजपा पर हमलावर हों, तो ज्यादा बेहतर रहेगा. ऐसी बयानबाजी से कार्यकर्ताओं और पार्टी का मनोबल टूटता है. उन्होने कहा कि परदेस में मेरा कोई ग्रुप नहीं है, मेरा वोट सिर्फ कांग्रेस है. मेरी कोई बड़ी इच्छा भी नहीं है. हम सिर्फ लोगों को जगाने की कोशिश कर रहे हैं कि जो लोग ऐसे लोगों को जिता रहे हैं, जो जनता के साथ धोखा कर रहे हैं.
कांग्रेस एकजुट नहीं: इस दौरान नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य (Leader of Opposition Yashpal Arya) ने माना कि प्रदेश में कांग्रेसी एकजुट नहीं है. उन्हें साफ कहा है कि इस समय कांग्रेस को एकजुट होने की जरूरत है. अगर पार्टी हाईकमान ने हमारे ऊपर विश्वास किया है, तो हमें व्यक्तिगत मतभेदों को भूलकर पार्टी को आगे बढ़ाना चाहिए. हमारे प्रत्येक कार्य पर जनता की नजर है और में यह चाहता हूं कि हमें सब को एकजुट होकर कार्य करना चाहिए.