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कांग्रेसियों ने ज्वालापुर को कुंभ क्षेत्र में जोड़ने की उठाई मांग, उपेक्षा का लगाया आरोप - ज्वालापुर को कुंभ मेला क्षेत्र में शामिल करने की मांग

कांग्रेस का आरोप है कि सरकार ने ज्वालापुर को कुंभ क्षेत्र में नहीं जोड़ा है. ऐसे करके सरकार ने स्थानीय जनता की उपेक्षा की है.

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ज्वालापुर को कुंभ क्षेत्र में जोड़ने की मांग
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Published : Dec 6, 2020, 5:42 PM IST

हरिद्वार: अगले साल हरिद्वार में आयोजित होने वाले महाकुंभ को लेकर शहर में कई विकास कार्य किए जा रहे हैं. मेले के दौरान बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के साथ स्थानीय लोगों को भी इन विकास कार्य का लाभ मिलेगा, लेकिन ज्वालापुर को कुंभ मेला क्षेत्र में शामिल नहीं किया गया है. जिस पर कांग्रेसी ने नाराजगी जताई है.

रविवार को ज्वालापुर के मुख्य बाजार में कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एकदिवसीय धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेसी नेता संजय पालीवाल ने कहा कि कुंभ मेले का सबसे ज्यादा भार ज्वालापुर और आसपास के क्षेत्र पर पड़ता है, लेकिन सरकार ने ज्वालापुर क्षेत्र की उपेक्षा की है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

पढ़ें- महाकुंभ 2021: कोरोना के मद्देनजर सेक्टरों की संख्या घटी, 60 लाख श्रद्धालुओं की व्यवस्था

संजय पालीवाल ने कहा कि सरकार को ज्वालापुर क्षेत्र में भी विकास कार्य करवाने चाहिए. ताकि स्थानीय लोगों को उसका लाभ मिल सके. जिस क्षेत्र में कुंभ के लिए कार्य होने चाहिए उस क्षेत्र को ही कुंभ क्षेत्र में जोड़ा नहीं गया है, बल्कि कुंभ में आने वाले श्रद्धालु ज्यादातर ज्वालापुर से होकर ही आते हैं. ऐसे में आप समझ सकते हैं किस तरह का दोहरा व्यवहार स्थानीय निवासियों के साथ किया जा रहा है.

हरिद्वार: अगले साल हरिद्वार में आयोजित होने वाले महाकुंभ को लेकर शहर में कई विकास कार्य किए जा रहे हैं. मेले के दौरान बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के साथ स्थानीय लोगों को भी इन विकास कार्य का लाभ मिलेगा, लेकिन ज्वालापुर को कुंभ मेला क्षेत्र में शामिल नहीं किया गया है. जिस पर कांग्रेसी ने नाराजगी जताई है.

रविवार को ज्वालापुर के मुख्य बाजार में कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एकदिवसीय धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेसी नेता संजय पालीवाल ने कहा कि कुंभ मेले का सबसे ज्यादा भार ज्वालापुर और आसपास के क्षेत्र पर पड़ता है, लेकिन सरकार ने ज्वालापुर क्षेत्र की उपेक्षा की है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

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संजय पालीवाल ने कहा कि सरकार को ज्वालापुर क्षेत्र में भी विकास कार्य करवाने चाहिए. ताकि स्थानीय लोगों को उसका लाभ मिल सके. जिस क्षेत्र में कुंभ के लिए कार्य होने चाहिए उस क्षेत्र को ही कुंभ क्षेत्र में जोड़ा नहीं गया है, बल्कि कुंभ में आने वाले श्रद्धालु ज्यादातर ज्वालापुर से होकर ही आते हैं. ऐसे में आप समझ सकते हैं किस तरह का दोहरा व्यवहार स्थानीय निवासियों के साथ किया जा रहा है.

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