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कर्मचारियों को छोड़ आपस में भिड़े बीजेपी और कांग्रेस के नेता, BKU ने किया बीच-बचाव

सत्यम ऑटो कंपनी से निकाले गए करीब 300 कर्मचारियों के मामले को लेकर कांग्रेस नेता संजीव चौधरी सरकार को कोसते रहे. जबकि, बीजेपी के पार्षद बचाव में सरकार का पक्ष रखते रहे.

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कांग्रेस-बीजेपी नेता नोंकझोंक
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Published : Jul 6, 2021, 5:15 PM IST

Updated : Jul 6, 2021, 5:27 PM IST

हरिद्वारः सत्यम ऑटो कंपनी से निकाले गए कर्मचारियों के मामले को लेकर आयोजित संयुक्त प्रेस वार्ता में कांग्रेस-बीजेपी के नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई. इतना ही नहीं दोनों पार्टी के नेताओं ने एक-दूसरे जमकर आरोप भी लगाए. मामला बढ़ता देख भारतीय किसान यूनियन के नेताओं का बीच-बचाव करना पड़ा और हाथ जोड़कर मजदूरों के हित में बात करने की अपील की. काफी समझाने के बाद कांग्रेसी और भाजपाई शांत हुए.

दरअसल, हरिद्वार प्रेस क्लब में सत्यम ऑटो कंपनी से निकाले गए कर्मचारियों को वापस नौकरी पर रखने को लेकर संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी, लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ गई. कांग्रेस के नेता संजीव चौधरी ने मामले को लेकर सरकार को कोसते रहे. साथ ही बीजेपी के पार्षद नेता राजेश शर्मा और अनिरुद्ध भाटी समेत सरकार पर मजदूरों के शोषण करने का आरोप भी लगाया.

आपस में भिड़े बीजेपी और कांग्रेस के नेता.

ये भी पढ़ेंः ऑटोमोबाइल कंपनी से निकाले गए 300 कर्मचारियों ने की बहाली की मांग, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

कांग्रेस-बीजेपी नेताओं की बीच छिड़ी जुबानी जंग

इतना ही नहीं संजीव चौधरी ने स्थानीय प्रशासन पर कंपनी प्रबंधन के इशारे पर काम करने की बात कही तो बीजेपी के पार्षद राजेश शर्मा और अनिरुद्ध भाटी भड़क गए. कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी पर दोनों बीजेपी पार्षदों ने कहा कि वो यहां कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए उनका समर्थन देने आए हैं न कि राजनीति करने.

भाकियू के नेताओं को हाथ जोड़कर करना पड़ा बीच-बचाव

वहीं, मामला बढ़ता देख भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने खड़े होकर कहा कि सभी लोग यहां कर्मचारियों के समर्थन में प्रेस वार्ता करने आए थे, लेकिन अब यहां पर कांग्रेस और बीजेपी होने लगा है तो वो प्रेस वार्ता छोड़कर जा रहे हैं. जिसके बाद मामला शांत हुआ. उन्होंने कहा कि उनका कर्मचारियों के लिए समर्थन जारी रहेगा. वहीं, संयुक्त मोर्चा ने कर्मचारियों का समर्थन कर उनकी वापसी की मांग की.

नौकरी को लेकर आंदोलनरत हैं 300 कर्मचारी

बता दें कि सत्यम ऑटो कंपनी के कर्मचारी बीते चार साल से अपनी वापसी को लेकर आंदोलनरत हैं. कंपनी प्रबंधन ने चार साल पहले छंटनी करते हुए कर्मचारियों को निकाल दिया था. चार साल से वापसी की मांग को लेकर कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं. आज उनके समर्थन में ही यह प्रेस वार्ता आयोजित की गई थी. हरिद्वार के औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल स्थित सत्यम ऑटो कॉम्पोनेंट्स से चार साल पहले निकाले गए करीब 300 कर्मचारी आज भी अपनी नौकरी वापस पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः राकेश टिकैत का बड़ा बयान, कहा- केंद्र में बीजेपी की नहीं 'कंपनी' की है सरकार

भारतीय किसान यूनियन ने निष्काषित कर्मचारियों को दिया अपना समर्थन

वहीं, भारतीय किसान यूनियन (BKU) के जिलाध्यक्ष विजय कुमार शास्त्री ने कहा कि हरिद्वार सिडकुल में कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है. उनकी बुनियादी सुविधाओं का ख्याल नहीं रखा जा रहा है. भारतीय किसान यूनियन, निष्काषित कर्मचारियों के साथ खड़ी है और जब तक उनकी बहाली नहीं होती है, तब तक कंपनी प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन में कर्मचारियों के साथ खड़े रहेंगे.

हरिद्वारः सत्यम ऑटो कंपनी से निकाले गए कर्मचारियों के मामले को लेकर आयोजित संयुक्त प्रेस वार्ता में कांग्रेस-बीजेपी के नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई. इतना ही नहीं दोनों पार्टी के नेताओं ने एक-दूसरे जमकर आरोप भी लगाए. मामला बढ़ता देख भारतीय किसान यूनियन के नेताओं का बीच-बचाव करना पड़ा और हाथ जोड़कर मजदूरों के हित में बात करने की अपील की. काफी समझाने के बाद कांग्रेसी और भाजपाई शांत हुए.

दरअसल, हरिद्वार प्रेस क्लब में सत्यम ऑटो कंपनी से निकाले गए कर्मचारियों को वापस नौकरी पर रखने को लेकर संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी, लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ गई. कांग्रेस के नेता संजीव चौधरी ने मामले को लेकर सरकार को कोसते रहे. साथ ही बीजेपी के पार्षद नेता राजेश शर्मा और अनिरुद्ध भाटी समेत सरकार पर मजदूरों के शोषण करने का आरोप भी लगाया.

आपस में भिड़े बीजेपी और कांग्रेस के नेता.

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कांग्रेस-बीजेपी नेताओं की बीच छिड़ी जुबानी जंग

इतना ही नहीं संजीव चौधरी ने स्थानीय प्रशासन पर कंपनी प्रबंधन के इशारे पर काम करने की बात कही तो बीजेपी के पार्षद राजेश शर्मा और अनिरुद्ध भाटी भड़क गए. कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी पर दोनों बीजेपी पार्षदों ने कहा कि वो यहां कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए उनका समर्थन देने आए हैं न कि राजनीति करने.

भाकियू के नेताओं को हाथ जोड़कर करना पड़ा बीच-बचाव

वहीं, मामला बढ़ता देख भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने खड़े होकर कहा कि सभी लोग यहां कर्मचारियों के समर्थन में प्रेस वार्ता करने आए थे, लेकिन अब यहां पर कांग्रेस और बीजेपी होने लगा है तो वो प्रेस वार्ता छोड़कर जा रहे हैं. जिसके बाद मामला शांत हुआ. उन्होंने कहा कि उनका कर्मचारियों के लिए समर्थन जारी रहेगा. वहीं, संयुक्त मोर्चा ने कर्मचारियों का समर्थन कर उनकी वापसी की मांग की.

नौकरी को लेकर आंदोलनरत हैं 300 कर्मचारी

बता दें कि सत्यम ऑटो कंपनी के कर्मचारी बीते चार साल से अपनी वापसी को लेकर आंदोलनरत हैं. कंपनी प्रबंधन ने चार साल पहले छंटनी करते हुए कर्मचारियों को निकाल दिया था. चार साल से वापसी की मांग को लेकर कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं. आज उनके समर्थन में ही यह प्रेस वार्ता आयोजित की गई थी. हरिद्वार के औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल स्थित सत्यम ऑटो कॉम्पोनेंट्स से चार साल पहले निकाले गए करीब 300 कर्मचारी आज भी अपनी नौकरी वापस पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

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भारतीय किसान यूनियन ने निष्काषित कर्मचारियों को दिया अपना समर्थन

वहीं, भारतीय किसान यूनियन (BKU) के जिलाध्यक्ष विजय कुमार शास्त्री ने कहा कि हरिद्वार सिडकुल में कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है. उनकी बुनियादी सुविधाओं का ख्याल नहीं रखा जा रहा है. भारतीय किसान यूनियन, निष्काषित कर्मचारियों के साथ खड़ी है और जब तक उनकी बहाली नहीं होती है, तब तक कंपनी प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन में कर्मचारियों के साथ खड़े रहेंगे.

Last Updated : Jul 6, 2021, 5:27 PM IST
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