हरिद्वार: केंद्र सरकार ने इस कोरोना काल में देश हित में 20 लाख करोड़ का बजट पास किया है. लेकिन देश मे कई लोग इस बजट से नाखुश होकर अपना विरोध जता रहे हैं. साथ ही अपनी आवाज सरकार के कानों तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं. वहीं, हरिद्वार के हलवाई समाज ने इस बजट को बेबुनियाद बताया है. उनका कहना है कि हलवाई समाज के लिए इस बजट में कोई भी राहत नहीं दी गई है, ना ही इस बजट को बनाते हुए हलवाई समाज के बारे में कुछ सोचा गया है.
हलवाई समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार द्वारा लोन देने की बात कही गई है. साथ ही उस लोन की एक साल तक कोई किश्त नहीं देनी है. सरकार का यह निर्णय सराहनीय है, लेकिन हलवाई समाज के जुड़े लोगों का कार्य पहले ही लोन लेकर किया जा रहा है. जिसकी किश्तें भी उन्हें चुकानी हैं. पहले ही वह बैंकों के कर्जदार बने हुए हैं.
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लॉकडाउन के चलते हलवाई समाज का कारोबार पूरी तरह ठप्प हो चुका है. जिससे कारण उनके लिए एक संकट खड़ा हो चुका है. वहीं, लगभग आने वाले एक साल तक किसी भी तरह का व्यापार नहीं दिख रहा है. सरकार ने शादी समारोह में भी केवल 50 आदमियों की ही अनुमति दी है. ऐसे में हलवाई समाज को काफी कठिनाइयां हो रही हैं.