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पहाड़ों में भारी बारिश से खतरे के निशान पर गंगा, उत्तराखंड-यूपी के तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी - Coastal areas on alert

पहाड़ों में हो रही भारी बारिश से गंगा नदी खतरे के निशान पर पहुंच गई है. ऐसे में उत्तराखंड और यूपी के तटवर्ती इलाकों को अलर्ट पर रखा गया है. साथ ही आपदा कंट्रोल विभाग को भी सूचना दे दी गई है.

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Published : Aug 10, 2020, 5:07 PM IST

Updated : Aug 10, 2020, 6:26 PM IST

हरिद्वारः उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश का असर अब मैदानी इलाकों में भी देखने को मिल रहा है. भारी बारिश के कारण गंगा नदी उफान पर है. इस वर्ष में पहली बार हरिद्वार में गंगा चेतावनी के निशान 293 मीटर के स्तर पर बह रही है. गंगा के चेतावनी निशान पर बहने से तटवर्ती इलाकों और यूपी के कई इलाक़ों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. गंगा में वर्तमान समय में डेढ़ लाख क्यूसेक जल बह रहा है और अनुमान लगाया जा रहा है कि गंगा खतरे के निशान 294 मीटर पर पहुंच सकती है. इसको देखते हुए प्रशासन द्वारा गंगा के तटवर्ती इलाकों और यूपी के कई इलाकों में अलर्ट जारी किया है और आपदा प्रबंधन टीम सभी क्षेत्रों में सक्रिय कर दी गई है.

उत्तराखड-यूपी के तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी.

हरिद्वार स्थित भीमगोड़ा बैराज में गंगा में जल की मात्रा बढ़ने के कारण गंगा चेतावनी के निशान 293 मीटर पर बह रही है. इस मामले में यूपी सिंचाई विभाग के एसडीओ विक्रांत सैनी का कहना है कि आज दोपहर बैराज कंट्रोल रूम से सूचना प्राप्त हुई कि गंगा का लेवल 293 मीटर पर आ गया है, जो चेतावनी लेवल है. उन्होंने कहा कि पहाड़ों में भारी बारिश के कारण सीजन में पहली बार गंगा चेतावनी लेवल पर पहुंची है. इस परिपेक्ष्य में हमारे द्वारा आपदा प्रबंधन टीम को सक्रिय किया गया है. जिलाधिकारी महोदय को भी इसकी सूचना दी गई है. करीब एक लाख 60 हजार क्यूसेक जल बैराज से छोड़ा गया, जिससे गंगा के तटवर्ती इलाकों और यूपी के कई क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.

पढ़ेंः दून में बारिश का रौद्र रूप: उफान पर रिस्पना-बिंदाल, दून स्कूल की गिरी दीवार

इस बार सीजन में पहली बार गंगा चेतावनी के निशान 293 मीटर पर पहुंची है. पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश का असर सीधे तौर पर मैदानी क्षेत्रों में देखा जा सकता है. प्रशासन द्वारा इस संभावना से भी इनकार नहीं किया जा रहा है कि गंगा खतरे के निशान 294 मीटर पर पहुंच सकती है. इसको देखते हुए आपदा प्रबंधन टीम को सक्रिय किया गया है और क्षेत्र में अलर्ट जारी किया गया है.

हरिद्वारः उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश का असर अब मैदानी इलाकों में भी देखने को मिल रहा है. भारी बारिश के कारण गंगा नदी उफान पर है. इस वर्ष में पहली बार हरिद्वार में गंगा चेतावनी के निशान 293 मीटर के स्तर पर बह रही है. गंगा के चेतावनी निशान पर बहने से तटवर्ती इलाकों और यूपी के कई इलाक़ों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. गंगा में वर्तमान समय में डेढ़ लाख क्यूसेक जल बह रहा है और अनुमान लगाया जा रहा है कि गंगा खतरे के निशान 294 मीटर पर पहुंच सकती है. इसको देखते हुए प्रशासन द्वारा गंगा के तटवर्ती इलाकों और यूपी के कई इलाकों में अलर्ट जारी किया है और आपदा प्रबंधन टीम सभी क्षेत्रों में सक्रिय कर दी गई है.

उत्तराखड-यूपी के तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी.

हरिद्वार स्थित भीमगोड़ा बैराज में गंगा में जल की मात्रा बढ़ने के कारण गंगा चेतावनी के निशान 293 मीटर पर बह रही है. इस मामले में यूपी सिंचाई विभाग के एसडीओ विक्रांत सैनी का कहना है कि आज दोपहर बैराज कंट्रोल रूम से सूचना प्राप्त हुई कि गंगा का लेवल 293 मीटर पर आ गया है, जो चेतावनी लेवल है. उन्होंने कहा कि पहाड़ों में भारी बारिश के कारण सीजन में पहली बार गंगा चेतावनी लेवल पर पहुंची है. इस परिपेक्ष्य में हमारे द्वारा आपदा प्रबंधन टीम को सक्रिय किया गया है. जिलाधिकारी महोदय को भी इसकी सूचना दी गई है. करीब एक लाख 60 हजार क्यूसेक जल बैराज से छोड़ा गया, जिससे गंगा के तटवर्ती इलाकों और यूपी के कई क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.

पढ़ेंः दून में बारिश का रौद्र रूप: उफान पर रिस्पना-बिंदाल, दून स्कूल की गिरी दीवार

इस बार सीजन में पहली बार गंगा चेतावनी के निशान 293 मीटर पर पहुंची है. पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश का असर सीधे तौर पर मैदानी क्षेत्रों में देखा जा सकता है. प्रशासन द्वारा इस संभावना से भी इनकार नहीं किया जा रहा है कि गंगा खतरे के निशान 294 मीटर पर पहुंच सकती है. इसको देखते हुए आपदा प्रबंधन टीम को सक्रिय किया गया है और क्षेत्र में अलर्ट जारी किया गया है.

Last Updated : Aug 10, 2020, 6:26 PM IST
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