रायपुर/देहरादून : योग गुरु बाबा रामदेव (Ram Dev Baba) के पतंजलि गुरुकुलम (Patanjali gurukulam haridwar) में गरियाबंद जिले के 4 बच्चे पढ़ाई के लिए गए हुए थे. जब इन बच्चों के परिजन उन्हें लेने गए तो प्रबंधन ने बच्चों को भेजने से मना कर दिया था. परिजनों ने बच्चों को लाने के लिए शासन से गुहार लगाई थी. कृषि मंत्री रविंद्र चौबे (Agriculture Minister Ravindra Chaubey) ने कहा कि बच्चों को लाने का काम किया जा रहा है. तथाकथित बाबा को लेकर पूरे देश में हल्ला है अब सच सामने आ रहा है. रविंद्र चौबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ के बच्चों को वापस लाने की जिम्मेदारी शासन की बनती है, उन्हें लाया जा रहा है.
देवभोग ब्लॉक के धौराकोट और छैलडोंगरी के रहने वाले 4 बच्चों को पालकों ने पढ़ाई के लिए हरिद्वार के पतंजलि (Patanjali) योगपीठ संस्थान के पतंजलि गुरुकुलम भेजा था. यहां की व्यवस्था से असंतुष्ट पालकों ने बच्चों को वापस बुलाने की ठानी. जब बच्चों के अभिभावक उन्हें वापस लेने गए, तब आरोप है कि पालकों से पैसों की मांग की गई. पालकों ने मामले की शिकायत छत्तीसगढ़ शासन से की. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने तत्काल कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर (gariyaband collator) को बच्चों को वापल लाने का निर्देश दिया.
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कलेक्टर और एसपी ने की पहल
कलेक्टर ने उत्तराखंड में पदस्थ अपने बैचमेट IAS आशीष श्रीवास्तव के जरिए हरिद्वार के कलेक्टर से चर्चा कर मामले की जानकारी दी. इसके बाद तत्काल ही वैदिक गुरुकुलम के प्रबंधन से बातचीत कर बच्चों को परिजनों को सौंपा गया. गरियाबंद एसपी भोजराज पटेल (gariyaband sp bhojraj patel) ने भी उत्तराखंड में पदस्थ अपनी बैचमेट IPS तृप्ति भट्ट के जरिए चर्चा कर हरिद्वार के पुलिस अधीक्षक से आवश्यक कार्रवाई के लिए बात की. बच्चों के अभिभावक कौशल कुमार सिन्हा ने बताया कि गुरुवार रात 10:40 बजे चारों बच्चों को उन्हें सुपुर्द किया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि बंधक बनाए गए बच्चों को एसपी और कलेक्टर की पहल से छुड़ा लिया गया है.