रुड़की: सिविल लाइन स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के लॉकर से लाखों रुपए और आभूषण की खुर्दबुर्द करने का मामला सामने आया है. पीड़ित की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने बैंक मैनेजर सहित 5 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है.
मामले में साकेत कॉलोनी निवासी आशु सिंह ने सिविल लाइन कोतवाली पुलिस को तहरीर दी. जिसमें उन्होंने बताया कि उन्होंने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में फरवरी 1997 में लॉकर लिया था. बैंक के लॉकर में दो सोने के सिक्के, चार अंगूठियां, गले का हार और अन्य कीमती सामान रखा हुआ था.
जब वह 12 जनवरी को बैंक पहुंचे तो लॉकर नहीं खुला. जिस पर शाखा प्रबंधक ने बताया कि लॉकर का लॉक खराब हो गया है और उन्हें 16 जनवरी को बैंक आने को कहा. इस दौरान आशु को बैंक लॉकर का संचालन करने नहीं दिया गया. वहीं, विरोध करने पर पता चला कि करीब एक साल पूर्व लॉकर तोड़कर सामान हटा दिया गया था. जबकि वह सालों से लॉकर का किराया अदा करते आ रहे थे.
कोतवाली रुड़की के कार्यवाहक प्रभारी नरेश गंगवार ने बताया तहरीर के आधार पर शाखा प्रबंधक वेद प्रकाश, बैंक कर्मचारी गायत्री, विकास वर्मा, साबिर और सुल्तान अहमद निवासी रुड़की के खिलाफ गबन समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है.
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वहीं, मंगलौर कोतवाली पुलिस ने लाल बाडा मोहल्ला स्थित केवल कन्या स्कूल के बाहर घूमने वाले मनचले युवकों से पूछताछ की. इस दौरान युवाओं ने वहां आने का सही कारण न बता पाए, जिसके बाद पुलिस ने इन मजनुओं को जमकर फटकार लगाई. इस दौरान पुलिस ने 5 युवकों का चालान काटा. वहीं पुलिस को देख कई मजनूं दूर से ही रफूचक्कर हो गए. मंगलौर चौकी प्रभारी अकरम अहमद ने कहा भविष्य में अगर कोई भी युवक छात्राओं से छेड़खानी करते पाया गया है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा.