हरिद्वारः उत्तराखंड में यूएसएसएससी के बाद यूकेपीएससी की ओर से आयोजित पटवारी पेपर लीक का मामला सुर्खियों में है. सूबे में एक के बाद एक पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद सरकार पर सवाल खड़े होने लगे हैं. विपक्ष जहां पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहा है तो वहीं बीजेपी पूरे मामले में बचाव में जुटी हुई है. जबकि, भर्ती घोटाले को लेकर युवाओं का आक्रोश शांत नहीं हो रहा है. इसी कड़ी में अभ्यर्थियों ने यूकेपीएससी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. वहीं, केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने दोषियों को जेल में सड़ाने की बात कही है.
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के बाहर अभ्यर्थियों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियों के विरोध को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा. अभ्यर्थियों ने 22 जनवरी को होने वाले फॉरेस्ट गार्ड समेत 28 से 31 जनवरी तक होने वाली परीक्षा को जांच के बाद ही आयोजित कराने की मांग की है. मामले को लेकर अभ्यर्थियों ने यूकेपीएससी सचिव को ज्ञापन भी सौंपा.
अभ्यर्थियों का कहना है कि पटवारी का पेपर लीक होने के बाद उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के खिलाफ अविश्वास पैदा हो गया है. उन्हें आशंका है कि आने वाली परीक्षा में भी कहीं धांधली तो नहीं हो रही है. लिहाजा, जब तक पेपर लीक मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक आगामी परीक्षाओं पर फिलहाल रोक लगाई जाए. वहीं, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने कहा अभ्यर्थियों ने शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने लोक सेवा आयोग के सचिव को अपना ज्ञापन दिया है.
जेल में सड़ेंगे दोषीः पूर्व केंद्रीय मंत्री और हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक का कहना है कि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग भर्ती घोटाले के दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है. जितने भी घोटाले के दोषी हैं, वो सभी जेलों में ही सड़ेंगे. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि सरकार की ओर से की गई कार्रवाई से सभी को सबक मिलेगा. खासकर पेपर लीक में शामिल आरोपियों के लिए बड़ा सबक होगा. जिससे भविष्य में कोई ऐसे घोटाले करने की सोच भी नहीं सकेगा.
दरअसल, सांसद रमेश पोखरियाल निशंक हरिद्वार में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करने आए थे. इस दौरान उन्होंने जोशीमठ में भू-धंसाव और दरार पर कहा कि सरकार तेजी से राहत एवं बचाव का काम कर रही है. आपदा पीड़ितों को युद्धस्तर पर राहत पहुंचाने के साथ ही उन्हें विस्थापित करने का काम किया जा रहा है. सरकार अपनी ओर से हर संभव प्रयास कर रही है.
क्या था मामलाः बता दें कि बीते 8 जनवरी 2023 को उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की ओर से पटवारी लेखपाल की भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी, लेकिन यह पेपर धांधली की भेंट चढ़ गया. इस बार प्रश्न बैंक लीक हुआ था, जिसे आयोग के अति गोपन अनुभाग 3 के अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने लीक कर दिया था.
मामले में उत्तराखंड एसटीएफ ने संजीव प्रकाश चतुर्वेदी और उनकी पत्नी रितु चतुर्वेदी, राजपाल, संजीव कुमार, रामकुमार, मनीष कुमार, प्रमोद यानी सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं, यूकेपीएससी ने उत्तराखंड में पटवारी परीक्षा निरस्त कर दी है. यह परीक्षा आगामी 12 फरवरी को आयोजित की जाएगी.
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उत्तराखंड में बनेगा देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानूनः उत्तराखंड में पेपर लीक के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कह चुके हैं कि प्रदेश सरकार देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून बनाने जा रही है. कैबिनेट में इस पर निर्णय लिया जा चुका है. इस कानून में अपराधियों को आजीवन कैद का प्रावधान किया जा रहा है.