हरिद्वार: उत्तराखंड के कैबिनेट और हरिद्वार के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने प्रेमनगर आश्रम में अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में सतपाल महाराज ने विकास एवं आपदा कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों को किसी भी प्रकार की कोताही न बरतने के दिशा-निर्देश दिए.
इस मौके पर सतपाल महाराज ने कहा कि आपदा से निपटने के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं. इसके लिए ग्रामीणों को आपदा मित्रों के रूप में बाढ़ नियंत्रण के लिए चौकियों पर तैनात किया गया है. इसके लिए ग्रामीणों को प्रशिक्षण भी दिया गया है. उन्होंने कहा कि हरिद्वार में जलभराव को लेकर यूपीसीएल के काम में गुणवत्ता की कमी है, इसका जल्द ही निरीक्षण किया जाएगा.
बैठक में सतपाल महाराज ने बताया कि आपदा से निपटने के लिए 12 बाढ़ चौकिया बनाई गई हैं, जो दिन-रात कार्य कर रही है. इसकी वो लगातार मॉनिटरिंग भी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि गंगा अभी खतरे के लेवल से नीचे बह रही है. हरिद्वार में बरसात के सीजन में जल भराव होता है और यह समस्या हमेशा बनी रही है. जलभराव की 30 जगहों को चिन्हित किया गया है. इसके साथ ही 97 बाढ़ के क्षेत्रों को भी चिन्हित किया गया है.
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सतपाल महाराज ने कहा कि हरिद्वार में अवैध निर्माणों को हटाया जाएगा, जिससे नालों की सफाई कराने में कोई परेशानी न हो क्योंकि बरसात के सीजन में नालों की वजह से जगह-जगह पानी भरने की समस्या होती है. शहर के विकास के लिए रूपरेखा बनाई जा रही है. उसके अनुसार ही इस समस्या से हरिद्वार के लोगों को निजात मिल सकेगी.
कैबिनेट मंत्री का कहना है कि हरिद्वार जिले में एक बड़ी समस्या सामने आई है और वह है ड्रग्स की. इसको लेकर उन्होंने पुलिस विभाग को निर्देशित किया गया एक टीम बनाकर छापेमारी की कार्रवाई की जाए. जिससे बच्चों को नशे से बचाया जा सके.