हरिद्वार: एक तरफ जहां नेता मंत्री आम जनता से मिलने से कतराते हैं वहीं, हरिद्वार में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने एक नई तस्वीर पेश की है. हुआ कुछ यूं कि, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का काफिला देहरादून की तरफ से जा रहा था. इसी दौरान हाईवे पर टैक्सी मैक्सी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री जी के काफिले को रुकने का इशारा किया. बस फिर क्या हरक सिंह रावत ने अपना काफिला रुकवाया और ड्राइवरों की समस्याओं को सुना.
बताया जा रहा है कि कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत कोटद्वार से देहरादून के लिए जा रहे थे. जब मंत्री का काफिला चंडीघाट पहुंचा तो एसोसिएशन के लोगों ने हरक सिंह को हाथ दिखाकर रुकने का इशारा किया. जबकि प्रोटोकॉल के मुताबिक चलते समय किसी भी मंत्री का काफिला बीच रास्ते में नहीं रुकता है और जो कोई भी काफिले को रोकने की कोशिश करता है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाती है.
हरिद्वार टैक्सी मैक्सी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के बैनर तले वाहन स्वामियों ने कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को ज्ञापन सौंपकर राज्य सरकार से मदद की अपील की है. टैक्सीमैक्सी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन का कहना है कि ड्राइवरों ने लोन लेकर वाहन खरीदे थे. लगभग 3 महीने से लॉकडाउन के चलते गाड़ियां खड़ी हैं. जिसकी वजह से गाड़ियों की किश्त तक जमा नहीं हो पा रही है. पर्यटकों की कमी के चलते परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है. लिहाजा राज्य सरकार को ट्रैवल व्यवसायियों के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा करनी चाहिए. इसके साथ ही एसोसिएशन ने दो साल का सारा टैक्स माफ करने की भी गुहार लगाई है.
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टैक्सी-मैक्सी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के संरक्षक संजय चोपड़ा का कहना है कि सरकार को ड्राइवरों की मदद के लिए आगे आना चाहिए और उनके खातों में 10-10 हजार रुपए की अनुदान राशि दिया जाना चाहिए. इसके साथ ही लोन किश्त में ब्याज को माफ भी किया जाना चाहिए.
टैक्सी-मैक्सी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की समस्याओं पर कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि लॉकडाउन के चलते टैक्सी-मैक्सी और तमाम ट्रांसपोर्ट का संचालन नहीं हो पाया है. जिसकी वजह से जो समस्याएं आ रही हैं उसको मुख्यमंत्री के सामने रखा जाएगा और इन लोगों की समस्या को देखते हुए सकरात्मक निर्णय लिया जाएगा.