हरिद्वार: सरकार और प्रशासन की अपील और लाख कोशिशों को बाद भी अखाड़े के संत आज सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान करने गंगा तट पहुंचे. सोमवती अमावस्या के मौके पर इन संतों ने गंगा में स्नान भी किया. इस मामले में जब संतों से पूछा गया तो उनका जवाब हैरान करने वाला था. इन संतों ने कहा कि वे हरिद्वार गंगा तट पर रहते हैं, इसलिए वे यहां स्नान करने पहुंचे हैं.
बता दें आज सोमवती अमावस्या के मौके पर हरिद्वार के निरंजनी अखाड़ा के घाट पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी और निरंजनी अखाड़ा के सचीव रविंद्र पुरी ने स्नान किया. जबकि सरकार और प्रशासन ने इस पर प्रतिबंध लगाया है. फिर भी आदेश और तमाम नियमों को धता बताकर इन संतों ने गंगा घाट पर स्नान किया.
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मामले में जब अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि संक्रमण के चलते आज सोमवती अमावस्या पर जिला प्रशासन ने गंगा स्नान पर रोक लगायी है. इसलिए उनके द्वारा अखाड़े की ओर से प्रतीकात्मक रूप से गंगा स्नान किया गया. उन्होंने कहा कि गंगा स्नान कर उन्होंने मां गंगा से यही प्रार्थना की कि आने वाला कुंभ भव्य और सकुशल संपन्न हो. इसके साथ ही कोरोना जैसे महामारी जल्द दूर हो इसके लिए भी मां गंगा से प्रार्थनी की गई.
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निरंजनी अखाड़े के सचिव रविंद्रपुरी ने कहा कि हम गंगा तट के किनारे रहते हैं, इसलिए हमारा गंगा में स्नान करना बहुत ही आवश्यक है. वहीं, इस मामले में हरिद्वार के डीएम रविशंकर का कहना है कि ये मामला उनके संज्ञान में आया है. सरकार जारी गाइडलाइंस के अनुसार किसी भी स्थल पर भीड़ इत्यादि एकत्र करना प्रतिबंधित था, अगर इसका उल्लंघन हुआ है तो कार्रवाई की जाएगी.