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कारोना की वजह से ब्लड बैंक में खून की कमी, मरीजों की बढ़ी परेशानी - Roorkee Civil Hospital CMS Sanjay Kansal

रुड़की सिविल अस्पताल में बल्ड बैंक खून की कमी से जुझ रहा है. कोरोना काल की वजह से रक्तदान करने वाले लोगों की संख्या में भारी गिरावट आई है. साथ कोई भी बल्ड डोनेट कैंप नहीं लगाए गए हैं, जिसकी वजह से बल्ड बैंक खून की कमी से जूझ रहा है.

रुड़की
ब्लड बैंक में खून की कमी
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Published : Nov 21, 2020, 4:33 PM IST

Updated : Nov 21, 2020, 4:40 PM IST

रुड़की: मरीजों को जीवनदान देने वाला रुड़की का ब्लड बैंक पर भी कोरोना का असर देखने को मिल रहा है. इन दिनों ब्लड बैंक में खून की कमी ने मरीजों की चिंता बढ़ा दी है. 350 यूनिट की क्षमता वाले ब्लड बैंक में नाम मात्र ही ब्लड बचा है, जबकि इस ब्लड बैंक में थैलीसीमिया से पीड़ित करीब 56 बच्चे पंजीकृत है, जिन्हें प्रतिमाह खून की जरूरत पड़ती है और जिनके लिए कम से कम 100 यूनिट हर हाल में उपलब्ध होनी चाहिए, ऐसे में जीवनदान देने वाला ब्लड बैंक खुद खून की कमी से जूझ रहा है.

रुड़की
बल्ड बैंक में खून की कमी

बताया जा रहा है कि लोग कोरोना के चलते ब्लड डोनेट करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे है. साथ ही ब्लड डोनेट कैंप भी नहीं लगाया जा रहा है. जिसके चलते रुड़की ब्लड बैंक इन दिनों खून की कमी से जुझ रहा है. आपको बता दें कि रुड़की के सिविल अस्पताल का ब्लड बैंक की क्षमता 350 यूनिट की है, जबकि हाल ही में नाम मात्र खून ब्लड बैंक में बचा है, बताया गया है कि बी पॉजिटिव की 29 यूनिट फिलहाल ब्लड बैंक में मौजूद है, जबकि ओ पॉजिटिव और ए पॉजिटिव यूनिट बिल्कुल खत्म है, इसके साथ ही ए बी निगेटिव, ओ निगेटिव, ए निगेटिव, बी निगेटिव की एक-एक यूनिट ही मौजूद है. साथ ही अन्य 7 ग्रुप में केवल एक या दो यूनिट ही बची है.

ब्लड बैंक में खून की कमी

ये भी पढ़ें: नगर पालिका अध्यक्ष का धरना, अपर जिलाधिकारी पर लगाए गंभीर आरोप

ऐसे में अस्पताल में मौजूद मरीज और ब्लड लेने वाले मरीजों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. बताया जा रहा है कि यह हालत कोरोना के चलते पैदा हुए है. कोरोना काल में ब्लड डोनेट कैंप नहीं लगाए गए. साथ ही ब्लड डोनेट करने वालो की संख्या में भी भारी गिरावट आई है, जिसके चलते फिलहाल ब्लड बैंक खून की कमी है. पहले खून लेने वाले तीमारदारों को एक यूनिट ब्लड के बदले एक यूनिट खून के साथ 650 रुपये देना पड़ता था. वहीं, अब शासन के आदेश के बाद इस चार्ज में भी बढ़ोतरी की गई है. अब खून लेने वाले तीमारदारों को 650 रुपये की जगह 1050 रुपये और एक यूनिट खून देना पड़ता है.

रुड़की
रक्तदाता की संख्या में भारी गिरावट

सिविल अस्पताल के सीएमएस संजय कंसल ने बताया कि कोरोना के चलते रक्दान करने वालो में कमी आई है. साथ ही ब्लड डोनेट कैंप भी नहीं लग पाए हैं. फिलहाल, ब्लड बैंक प्रभारी विभिन्न सामाजिक संगठनों से बात कर ब्लड डोनेट कैंप लगवाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने बताया लोगों को ज्यादा से ज्यादा रक्दान करना चाहिए. उनके द्वारा किया गया रक्दान किसी के लिए जीवनदान हो सकता है. वहीं, सीएमएस कंसल ने बताया कि शासन के आदेश पर ब्लड चार्ज 400 रुपये बढ़ाया गया है, जिसे लागू कर दिया गया है.

रुड़की: मरीजों को जीवनदान देने वाला रुड़की का ब्लड बैंक पर भी कोरोना का असर देखने को मिल रहा है. इन दिनों ब्लड बैंक में खून की कमी ने मरीजों की चिंता बढ़ा दी है. 350 यूनिट की क्षमता वाले ब्लड बैंक में नाम मात्र ही ब्लड बचा है, जबकि इस ब्लड बैंक में थैलीसीमिया से पीड़ित करीब 56 बच्चे पंजीकृत है, जिन्हें प्रतिमाह खून की जरूरत पड़ती है और जिनके लिए कम से कम 100 यूनिट हर हाल में उपलब्ध होनी चाहिए, ऐसे में जीवनदान देने वाला ब्लड बैंक खुद खून की कमी से जूझ रहा है.

रुड़की
बल्ड बैंक में खून की कमी

बताया जा रहा है कि लोग कोरोना के चलते ब्लड डोनेट करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे है. साथ ही ब्लड डोनेट कैंप भी नहीं लगाया जा रहा है. जिसके चलते रुड़की ब्लड बैंक इन दिनों खून की कमी से जुझ रहा है. आपको बता दें कि रुड़की के सिविल अस्पताल का ब्लड बैंक की क्षमता 350 यूनिट की है, जबकि हाल ही में नाम मात्र खून ब्लड बैंक में बचा है, बताया गया है कि बी पॉजिटिव की 29 यूनिट फिलहाल ब्लड बैंक में मौजूद है, जबकि ओ पॉजिटिव और ए पॉजिटिव यूनिट बिल्कुल खत्म है, इसके साथ ही ए बी निगेटिव, ओ निगेटिव, ए निगेटिव, बी निगेटिव की एक-एक यूनिट ही मौजूद है. साथ ही अन्य 7 ग्रुप में केवल एक या दो यूनिट ही बची है.

ब्लड बैंक में खून की कमी

ये भी पढ़ें: नगर पालिका अध्यक्ष का धरना, अपर जिलाधिकारी पर लगाए गंभीर आरोप

ऐसे में अस्पताल में मौजूद मरीज और ब्लड लेने वाले मरीजों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. बताया जा रहा है कि यह हालत कोरोना के चलते पैदा हुए है. कोरोना काल में ब्लड डोनेट कैंप नहीं लगाए गए. साथ ही ब्लड डोनेट करने वालो की संख्या में भी भारी गिरावट आई है, जिसके चलते फिलहाल ब्लड बैंक खून की कमी है. पहले खून लेने वाले तीमारदारों को एक यूनिट ब्लड के बदले एक यूनिट खून के साथ 650 रुपये देना पड़ता था. वहीं, अब शासन के आदेश के बाद इस चार्ज में भी बढ़ोतरी की गई है. अब खून लेने वाले तीमारदारों को 650 रुपये की जगह 1050 रुपये और एक यूनिट खून देना पड़ता है.

रुड़की
रक्तदाता की संख्या में भारी गिरावट

सिविल अस्पताल के सीएमएस संजय कंसल ने बताया कि कोरोना के चलते रक्दान करने वालो में कमी आई है. साथ ही ब्लड डोनेट कैंप भी नहीं लग पाए हैं. फिलहाल, ब्लड बैंक प्रभारी विभिन्न सामाजिक संगठनों से बात कर ब्लड डोनेट कैंप लगवाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने बताया लोगों को ज्यादा से ज्यादा रक्दान करना चाहिए. उनके द्वारा किया गया रक्दान किसी के लिए जीवनदान हो सकता है. वहीं, सीएमएस कंसल ने बताया कि शासन के आदेश पर ब्लड चार्ज 400 रुपये बढ़ाया गया है, जिसे लागू कर दिया गया है.

Last Updated : Nov 21, 2020, 4:40 PM IST
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