रुड़कीः उत्तराखंड बीजेपी में दो विधायकों के बीच चले जुबानी जंग ने पार्टी की जमकर किरकिरी कराई थी. इन्हीं दो विधायकों में शामिल झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल ने अपना सरनेम बदलने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि बीते 14 सालों से उनके जाति प्रमाण-पत्र पर हो रही बयानबाजी के बाद ये निर्णय लिया है.
झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल ने शुक्रवार को एक निजी होटल में प्रेस वार्ता करते हुए अपना सरनेम बदलने की बात कही. उन्होंने बताया कि बीते कई सालों से उनके जाति प्रमाण-पत्र को लेकर तमाम तरह की बयानबाजियां होती आ रही है. जिसे लेकर वो हाईकोर्ट की शरण में भी जा चुके हैं. वो साल 2005 से जाति प्रमाण-पत्र की लड़ाई लड़ रहे हैं. जिससे आहत होकर अब उन्होंने अपना सरनेम बदलने का निर्णय लिया है.
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विधायक कर्णवाल ने कहा कि सरनेम बदलने को लेकर वे विधानसभा अध्यक्ष और सरकार से आग्रह करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि जाति प्रमाण-पत्र मामले में अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने 14 साल तक इस मामले को लंबित रखने का काम किया है. वहीं, दो बच्चे ही चुनाव लड़ने वाले सवाल पर कहा कि ये फैसला काफी सराहनीय है. वो इसका समर्थन करते हैं. इस निर्णय से जनसंख्या पर रोक लगेगी.