हरिद्वार: मेयर अनीता शर्मा और भाजपा पार्षदों के बीच घमासान मचा हुआ है. मेयर प्रतिनिधि अशोक शर्मा के द्वारा भाजपा पार्षदों पर टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी के आरोप लगाने के बाद अब भाजपा पार्षदों ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पलटवार किया है. पार्षदों ने कहा कि मेयर अनीता शर्मा के पति अशोक शर्मा ना सिर्फ नगर निगम की कार्यवाही में हस्तक्षेप करते हैं, बल्कि निजी हितों को साधने के लिए नगर निगम और जनता के कामों को नुकसान भी पहुंचा रहे हैं.
बीजेपी पार्षदों ने कहा कि पत्नी अनीता शर्मा के मेयर बनने के बाद वो राजनीतिक रूप से बेरोजगार हो गए हैं. इसलिए नगर निगम के कार्यों में हस्तक्षेप करके रोजगार ढूंढ रहे हैं. आरोप लगाया कि 2 दिन पहले फूल फरोशी का टेंडर खुलने के दौरान मेयर प्रतिनिधि ने नगर आयुक्त ऑफिस पहुंचकर हंगामा किया था और टेंडर प्रक्रिया निरस्त करा दी थी. भाजपा पार्षदों ने सरकार से मेयर अनीता शर्मा को बर्खास्त करने की मांग की.
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भाजपा पार्षदों का आरोप है कि जब से नगर निगम में अनीता शर्मा मेयर बनी हैं, तब से मेयर के पति अशोक शर्मा बिना वजह नगर निगम के कार्य में इंटरफेयर करते रहते हैं. उनका काम सिर्फ और सिर्फ अपनी पत्नी के नाम पर नगर निगम से धन वसूलना है. अभी भी वह टेंडर प्रक्रिया का इसीलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि उन्हें इस बार निष्पक्ष टेंडर प्रक्रिया रास नहीं आ रही है. लेकिन ऐसा अबकी बार हम होने नहीं देंगे. चाहे वह जितना भी प्रयत्न करें, हम जनता के पैसे को बर्बाद नहीं होने देंगे. खासकर उनकी जेब में तो बिल्कुल भी जाने नहीं देंगे.