हरिद्वार: कर्नाटक चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा जारी घोषणा पत्र में बजरंग दल पर बैन लगाने के वादे के बाद से ही देशभर में बजरंग दल, बीजेपी और विश्व हिंदू परिषद द्वारा कांग्रेस का विरोध किया जा रहा है. विरोध की इसी कड़ी में कर्नाटक चुनाव से ठीक एक दिन पहले मंगलवार को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने देशभर में हनुमान चालीसा के पाठ का आह्वान किया था. इसी के तहत हरिद्वार में भी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया.
मंगलवार को हरिद्वार के रानीपुर मोड़ पर स्थित मंदिर में बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए अपना विरोध जताया. इस अवसर पर बजरंग दल के प्रदेश संयोजक अनुज वालिया ने कहा कि, कर्नाटक चुनाव के दौरान कांग्रेस के अपने घोषणा पत्र में जिस तरह से बजरंग दल को प्रतिबंधित करने की बात कही थी उसके जवाब में देशभर के जिला केंद्रों पर सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया गया है.
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अनुज वालिया ने कहा कि, सबसे पहले कांग्रेस को यह समझना होगा कि बजरंग दल है क्या? बजरंग दल बजरंग बली के उपासकों का दल है, जो देश में विभिन्न सामाजिक सेवाएं करता है, जिसमें गौ सेवा, सफाई अभियान और कोरोना जैसी महामारी में शवों के अंतिम संस्कार का काम भी बजरंग दल द्वारा ही किया गया. उन्होंने कहा कि इसके अलावा बजरंग दल कार्यकर्ता साल भर में करीब 1 लाख से अधिक यूनिट रक्तदान करते हैं, जिसके नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है.
उन्होंने कहा कि अगर किसी को बैन करना है तो कांग्रेस को बैन करना चाहिए, जिसने देश का बंटवारा किया और देश में इमरजेंसी लगाई. कांग्रेस ने कश्मीरी पंडितों को कश्मीर छोड़ने पर विवश किया, साथ ही कांग्रेस ने संतों पर गोलियां चलवाईं.
गौर हो कि, कांग्रेस के घोषणापत्र के विरोध में देशभर में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने विरोध में हनुमान चालीसा का जाप किया. यहां तक कि हुबली में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भी समर्थकों के साथ हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ किया. बता दें कि, 10 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी और 13 मई को चुनाव परिणाम सामने आएगा.