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स्वामी सत्यमित्रानंद को बाबा रामदेव ने दी श्रद्धांजलि, भू-समाधि में शामिल होंगी योगी समेत ये हस्तियां - ममता बनर्जी

भारत माता मंदिर के संस्थापक और निवर्तमान शंकराचार्य पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी ने अपने आश्रम राघव कुटीर में देह त्याग दिया है. सत्यमित्रानंद के पार्थिव शरीर को बुधवार को उनके ही आश्रम परिसर में भू-समाधि दी जाएगी. इस दौरान यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत कई हस्तियां शामिल होंगे. वहीं, उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे बाबा रामदेव ने इसे बड़ी क्षति बताया है.

स्वामी सत्यमित्रानंद को बाबा रामदेव ने दी श्रद्धांजलि
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Published : Jun 25, 2019, 10:18 PM IST

हरिद्वारः निवर्तमान शंकराचार्य पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी ने मंगलवार को अपने आश्रम राघव कुटीर में देह त्याग दिया है. उनके पार्थिव देह को राघव कुटीर में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है. जहां पर स्वामी सत्यमित्रानंद के आखिरी दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिए काफी संख्या में उनके भक्त पहुंच रहे हैं. इसी कड़ी में बाबा रामदेव भी सत्यमित्रानंद को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके आश्रम पहुंचे और उन्हें पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.

स्वामी सत्यमित्रानंद को बाबा रामदेव ने दी श्रद्धांजलि.


बता दें कि स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी ने साल 1983 में भारत माता मंदिर की स्थापना की थी. बताया जा रहा है कि निवृत्त शंकराचार्य पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद पिछले कई दिनों से बीमार थे और उनका इलाज चल रहा था. मंगलवार को वे अपनी बीमारी से जंग हार गए. उत्तराखंड सरकार ने स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरी के निधन पर एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है. सत्यमित्रानंद को बुधवार शाम को भू-समाधि दी जाएगी.


सत्यमित्रानंद को श्रद्धांजलि देने राघव कुटीर पहुंचे बाबा रामदेव का कहना है कि निवर्तमान शंकराचार्य पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद शंकराचार्य साधु समाज के गौरव और वैदिक सनातन धर्म के सबसे बड़े पेड़ थे. जिन्होंने देश ही नहीं पूरी दुनिया में भारतीय सनातन संस्कृति का यश और गौरव को बढ़ाया था. उनके चले जाने से भारतीय सनातन संस्कृति की बड़ी क्षति हुई है. उन्होंने कहा कि सत्यमित्रानंद के अंदर सभी समाज के प्रति आदर भाव के साथ देश के प्रति प्रेम भी था. इसीलिए उन्होंने भारत माता मंदिर की स्थापना की थी. साथ ही कहा कि देवी-देवताओं के मंदिर तो सभी बनाते हैं, लेकिन उन्होंने भारत माता का मंदिर बनाया था

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इमरजेंसी एक काला अध्यायः बाबा रामदेव
बाबा रामदेव ने इमरजेंसी के 44 साल पूरे होने पर इमरजेंसी को एक काला अध्याय बताया है. उन्होंने कहा कि उस दौरान देश में इमरजेंसी लगाकर लोकतंत्र की हत्या की गई थी. इन 44 सालों में भारत का लोकतंत्र काफी परिपक्व हो गया है. जातिवाद, परिवारवाद, तुष्टीकरण और मजहबी उन्माद से भारतीय राजनीति बाहर निकल चुकी है. देश में लोकतंत्र के परिपक्व होने से अब देश में इमरजेंसी की पुनरावृत्ति होने जैसे कोई आसार नहीं हैं.


वहीं, पश्चिम बंगाल के हालात पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि बंगाल में राजनीतिक हालत काफी नाजुक मोड़ पर है. साथ ही उन्होंने इन हालातों पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम लिए बिना उन पर तंज कसा. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार राज्य में विधानसभा चुनाव में बंगाल का लोकतंत्र निष्पक्ष बनकर उभरेगा. वहां पर किसी भी तरह से राजनीति के नाम पर गुंडागर्दी नहीं हो पाएगी.


उधर, सत्यमित्रानंद को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों, देश भर के कई राजनेताओं और धर्मआचार्यों ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि देकर उन्हें देश का शीर्ष संत बताया. कल शाम 4 बजे सत्यमित्रानंद को उनके आश्रम के ही परिसर में भू-समाधि दी जाएगी. आश्रम में उनकी भू-समाधि की तैयारियां शुरू हो गई है. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई राजनेता, उद्योगपति और सेलिब्रिटी के शामिल होने की उम्मीद है.

हरिद्वारः निवर्तमान शंकराचार्य पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी ने मंगलवार को अपने आश्रम राघव कुटीर में देह त्याग दिया है. उनके पार्थिव देह को राघव कुटीर में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है. जहां पर स्वामी सत्यमित्रानंद के आखिरी दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिए काफी संख्या में उनके भक्त पहुंच रहे हैं. इसी कड़ी में बाबा रामदेव भी सत्यमित्रानंद को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके आश्रम पहुंचे और उन्हें पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.

स्वामी सत्यमित्रानंद को बाबा रामदेव ने दी श्रद्धांजलि.


बता दें कि स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी ने साल 1983 में भारत माता मंदिर की स्थापना की थी. बताया जा रहा है कि निवृत्त शंकराचार्य पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद पिछले कई दिनों से बीमार थे और उनका इलाज चल रहा था. मंगलवार को वे अपनी बीमारी से जंग हार गए. उत्तराखंड सरकार ने स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरी के निधन पर एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है. सत्यमित्रानंद को बुधवार शाम को भू-समाधि दी जाएगी.


सत्यमित्रानंद को श्रद्धांजलि देने राघव कुटीर पहुंचे बाबा रामदेव का कहना है कि निवर्तमान शंकराचार्य पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद शंकराचार्य साधु समाज के गौरव और वैदिक सनातन धर्म के सबसे बड़े पेड़ थे. जिन्होंने देश ही नहीं पूरी दुनिया में भारतीय सनातन संस्कृति का यश और गौरव को बढ़ाया था. उनके चले जाने से भारतीय सनातन संस्कृति की बड़ी क्षति हुई है. उन्होंने कहा कि सत्यमित्रानंद के अंदर सभी समाज के प्रति आदर भाव के साथ देश के प्रति प्रेम भी था. इसीलिए उन्होंने भारत माता मंदिर की स्थापना की थी. साथ ही कहा कि देवी-देवताओं के मंदिर तो सभी बनाते हैं, लेकिन उन्होंने भारत माता का मंदिर बनाया था

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इमरजेंसी एक काला अध्यायः बाबा रामदेव
बाबा रामदेव ने इमरजेंसी के 44 साल पूरे होने पर इमरजेंसी को एक काला अध्याय बताया है. उन्होंने कहा कि उस दौरान देश में इमरजेंसी लगाकर लोकतंत्र की हत्या की गई थी. इन 44 सालों में भारत का लोकतंत्र काफी परिपक्व हो गया है. जातिवाद, परिवारवाद, तुष्टीकरण और मजहबी उन्माद से भारतीय राजनीति बाहर निकल चुकी है. देश में लोकतंत्र के परिपक्व होने से अब देश में इमरजेंसी की पुनरावृत्ति होने जैसे कोई आसार नहीं हैं.


वहीं, पश्चिम बंगाल के हालात पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि बंगाल में राजनीतिक हालत काफी नाजुक मोड़ पर है. साथ ही उन्होंने इन हालातों पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम लिए बिना उन पर तंज कसा. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार राज्य में विधानसभा चुनाव में बंगाल का लोकतंत्र निष्पक्ष बनकर उभरेगा. वहां पर किसी भी तरह से राजनीति के नाम पर गुंडागर्दी नहीं हो पाएगी.


उधर, सत्यमित्रानंद को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों, देश भर के कई राजनेताओं और धर्मआचार्यों ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि देकर उन्हें देश का शीर्ष संत बताया. कल शाम 4 बजे सत्यमित्रानंद को उनके आश्रम के ही परिसर में भू-समाधि दी जाएगी. आश्रम में उनकी भू-समाधि की तैयारियां शुरू हो गई है. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई राजनेता, उद्योगपति और सेलिब्रिटी के शामिल होने की उम्मीद है.

Intro:फीड लाइव वियू से भेजी गई है

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निवर्तमान शंकराचार्य पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद का पार्थिव देह उनके आश्रम राघव कुटीर में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया स्वामी सत्यमित्रानंद के आखिरी दर्शन करने के लिए उनके भक्तों का भारी संख्या में आश्रम पहुंचने का सिलसिला जारी है साधु-संत भी सत्यमित्रानंद को श्रद्धांजलि देने पहुंच रहे हैं बाबा रामदेव भी सत्यमित्रानंद को श्रद्धांजलि देने उनके आश्रम पहुंचे और उनको पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की रामदेव ने कहा कि सत्यमित्रानंद का ऐसे चले जाना पूरे संत समाज के लिए बड़ी क्षति है जो कभी पूरी नहीं हो सकती


Body:योग गुरु बाबा रामदेव का कहना है कि निवर्तमान शंकराचार्य पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद शंकराचार्य हमारे साधु समाज के गौरव और वैदिक सनातन धर्म के सबसे बड़े पौधा थे जिन्होंने देश ही नहीं पूरी दुनिया में भारतीय सनातन संस्कृति का यश और गौरव बढ़ाया है उनके चले जाने से भारतीय सनातन संस्कृति की बहुत ही क्षति हुई है सत्यमित्रानंद के अंदर सभी समाज के प्रति आदर भाव था उनके अंदर देश के प्रति प्रेम था तभी उन्होंने भारत माता मंदिर की स्थापना की थी देवी देवताओं के मंदिर तो सभी बनाते हैं मगर उन्होंने भारत माता का मंदिर बना कर उनको ही अपना आराध्य माना सत्यमित्रानंद एक महापुरुष थे उनका हमारे बीच में होना ही हमारे लिए बहुत बड़ी शक्ति थी उनके चले जाने से हम अप्रिय क्षति महसूस कर रहे हैं कल शाम को हमको भू समाधि दी जाएगी उसमें यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी इस समाधि में सम्मिलित होंगे

बाइट--बाबा रामदेव--योग गुरु

योग गुरु स्वामी रामदेव ने इमरजेंसी के 44 साल पूरे होने पर इमरजेंसी को एक काला अध्याय बताया है बाबा रामदेव ने कहा कि तब इमरजेंसी लगाकर लोकतंत्र की हत्या की गई थी उन्होंने कहा कि इन 44 सालों में भारत का लोकतंत्र काफी परिपक्व हो गया है और जातिवाद परिवारवाद तुष्टीकरण और मजहबी उन्माद से भारतीय राजनीति बाहर निकल चुकी है उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र के परिपक्व होने से अब देश में इमरजेंसी की पुनरावृत्ति होने जैसे कोई आसार नहीं है वहीं पश्चिम बंगाल में इमरजेंसी जैसे हालात होने के सवाल पर रामदेव ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि बंगाल में राजनीतिक हालात बहुत नाजुक मोड़ पर है उन्होंने इन हालातों पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम लिए बिना उन पर तंज कसा और उम्मीद जताई कि इस बार राज्य में विधानसभा चुनाव में बंगाल का लोकतंत्र निकल जाओ निष्पक्ष बनकर उभरेगा और वहां पर किसी भी तरह से राजनीति के नाम पर गुंडागर्दी ना हो पाएगी

बाइट--बाबा रामदेव--योग गुरु


Conclusion:सत्यमित्रानंद को राष्ट्रपति प्रधानमंत्री विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों और देश भर के कई राजनेताओं और धर्मआचार्यों ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उन्हें देश का शीर्ष संत बताया कल शाम 4 बजे सत्यमित्रानंद को उनके आश्रम के ही परिसर में भू समाधि दी जाएगी आश्रम मैं उनकी भू समाधि की तैयारियां शुरू हो गई है उनके अंतिम संस्कार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई राजनेता योग गुरु बाबा रामदेव सहित कई बड़े संत उद्योगपति और सेलिब्रिटी के शामिल होने की उम्मीद है
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