हरिद्वार: 7वें अंतरराष्ट्रीय योग के मौके पर पूरा विश्व योग कर रहा है. वहीं, पतंजलि योगपीठ में भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया. बता दें कि, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत सुबह 5 बजे से योग गुरु बाबा रामदेव, आचार्य बालकृष्ण द्वारा शंखनाद से हुई. इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने योग को लेकर एक ट्वीट किया है. इस ट्वीट के बाद नया विवाद पैदा हो गया है.
दरअसल कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट किया कि 'ॐ के उच्चारण से ना तो योग ज्यादा शक्तिशाली हो जाएगा और ना अल्लाह कहने से योग की शक्ति कम होगी. सिंघवी का ट्वीट सामने आने के बाद बाबा रामदेव ने इस प्रतिक्रिया देते हुए पलटवार किया है'.
मनु पर बाबा रामदेव ने किया पलटवार
बाबा रामदेव ने सिंघवी के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि 'ईश्वर–अल्लाह तेरे नाम, सबको सन्मति दे भगवान. खुदा, अल्लाह, भगवान ,परमात्मा सब एक हैं. ऐसे में किसी को ॐ बोलने से क्या दिक्कत है और हम किसी को खुदा बोलने से मना नहीं कर रहे हैं और ॐ कोई व्यक्ति या मूर्ति नहीं है. मुझे लगता है कि इन सभी को योग करना चाहिए, फिर इनको एक ही ॐ, एक ही परमात्मा का नूर दिखेगा'.
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पतंजलि में मना योग दिवस
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर बाबा रामदेव के द्वारा योग के गुण और महत्व को बड़े ही सहज भाव से समझाया गया. उन्होंने कहा कि योग हमारे सनातन धर्म में आदि अनादि काल से चला आ रहा है. योग करने से शरीर में पनप रहे तमाम रोगों से मुक्ति पाई जा सकती है. उन्होंने कहा कि योग और आयुर्वेद का हमारे जीवन में बहुत बड़ा महत्व है. इस अवसर पर योग के साथ-साथ योगिक स्केटिंग, योगिक जिमनास्टिक, मलखंब, मल युद्ध के साथ योगिक मुद्राओं और दिव्य झांकियों से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को मनाया गया.
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा की गई थी. तब से हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को मनाया जा रहा है. इस अवसर पर स्वामी रामदेव ने कहा कि आज के इस युग में योग धर्म सर्वाेपरि है, योगधर्म ही युग धर्म, राष्ट्र धर्म, सेवा धर्म, मानव धर्म, अध्यात्म धर्म तथा भागवत धर्म है. योग में ही हमारी शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, भावनात्मक, धार्मिक और आध्यात्मिक सभी सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान है. योग फॉर हेल्थ, योग फॉर वैलनेस, योग फॉर पीस, योग फॉर हार्मोनी ये योग के विभिन्न आयाम है. योग एक ब्रह्मास्त्र है. जिससे हम अपने शरीरबल, मनोबल, आत्मबल को प्रबल करके अपने जीवन का निर्माण करते हुए अंत मे निर्वाण मोक्ष को प्राप्त होते हैं. स्वामी रामदेव ने आह्नान किया कि मात्र एक दिन के लिए नहीं प्रतिदिन योग करने का संकल्प लें.
बालकृष्ण ने बताए योग के फायदे
इस अवसर पर आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि आज 7वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है. उपस्थित योग साधकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान युग में योग की उद्गम स्थली पतंजलि योगपीठ और उद्गम पुरुष स्वामी रामदेव महाराज के नेतृत्व में हमनें प्रातः काल 5 बजे से इस योग का उत्सव, योग का आनंद व योग के विविध क्रियाओं का स्वयं अनुष्ठान व प्रदर्शन किया.
उन्होंने कहा कि योग को विविध तरह से किया जा सकता है. उसके विविध अंग और आयाम हैं. योग के द्वारा विविध व्याधियों को नष्ट किया जा सकता है. स्वयं प्रधानमंत्री ने कहा है कि योग ने आम जनता की नहीं चिकित्सकों के जीवन की रक्षा करने में बड़ा योगदान दिया है. यह निर्विवाद है कि योग में अपार शक्ति है. हम सबको उस शक्ति को पहचानकर जितना जल्दी हो सके योग से जुड़कर दुनिया को रोगमुक्त करते हुए हिंसा से बचाने का कार्य करना है. तो आइए! हम सब मिलकर योग को आत्मसात करते हुए दुनिया के प्रत्येक व्यक्ति तक योग को पहुंचाने का संकल्प लें.
आचार्य ने कहा कि कोरोना काल की विषम परिस्थितियों ने दिखाया है कि योग में कितनी शक्ति, ताकत व दम है. अब योग की परीक्षा नहीं, योग का आचरण होना चाहिए, योग का जीवन में आत्मसात होना चाहिए. हम योगी बनेंगे, तो निरोगी रहेंगे. जितना हम निरोगी होंगे उतना ही देश व समाज के लिए उपयोगी व उपकारी सिद्ध होंगे.