हरिद्वारः सिडकुल स्थित सत्यम ऑटोमोबाइल्स कंपनी से बीते दो साल पहले निकाले गए करीब 300 कर्मचारियों का भविष्य अधर में लटका हुआ है. कंपनी से निकाले गए कर्मचारी बीते लंबे समय से धरना, प्रदर्शन और आंदोलन करने के साथ अधिकारियों व मंत्रियों के कार्यालयों के चक्कर लगा चुके हैं, बावजूद कंपनी प्रबंधन कर्मचारियों की बहाली को तैयार नहीं है. ऐसे अब कर्मचारी संघ ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. साथ ही कंपनी में तालाबंदी करने की बात भी कही है.
कर्मचारी संघ सत्यम ऑटो कंपोनेंट्स के अध्यक्ष महिपाल सिंह ने बताया कि उत्तराखंड में सिडकुल का गठन बेरोजगार युवाओं को रोजगार मुहैया कराने को लेकर किया गया था, लेकिन यहां पर आई सत्यम कंपनी अपने मनमाने रवैया अपनाकर कर्मचारियों का शोषण कर रही है. उन्होंने कहा कि दो साल पहले सत्यम ऑटोमोबाइल्स कंपनी ने उन्हें और उनके साथ के करीब 300 कर्मचारियों को बिना किसी कारण निकाल दिया था, जिसके बाद से ही वो अपनी बहाली की लड़ाई लड़ रहे हैं.
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उन्होंने कहा मामले पर सभी नेतागण और मंत्री आश्वासन ही देते आ रहे हैं. श्रम मंत्री द्वारा कंपनी को फोन पर कहने के बाद भी प्रबंधन ने उन्हें बहाल करने से इनकार कर दिया है. कंपनी से निकाले गए कर्मचारी दो साल से दर-दर भटकने को मजबूर हैं. वहीं, कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं होती है तो वो पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन के साथ कंपनी में तालाबंदी करेंगे.