हरिद्वार: भ्रष्टाचार के मामले में लंबे समय से फरार चल रहे निलंबित आईएफएस एवं पूर्व डीएफओ किशन चंद (Former DFO Kishan Chand ) की गिरफ्तारी को लेकर हल्द्वानी विजिलेंस कुर्की की कार्रवाई (action of haldwani vigilance attachment) करने की तैयारी में जुट गई है. बृहस्पतिवार शाम को विजिलेंस की टीम ने हरिद्वार पहुंचकर किशन चंद के आवास और स्टोन क्रशर पर कुर्की का नोटिस चस्पा किया. ढोल बजवाकर मुनादी कराई गई. अब न्यायालय के आदेश मिलते ही कुर्की की कार्रवाई होनी तय है.
किशनचंद पर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की कालागढ़ रेंज में तैनाती के दौरान मोरघट्टी और पाखरो में अवैध तरीके से निर्माण कार्य कराने, हरे पेड़ों के कटान, सरकारी धन के दुरुपयोग और फर्जी बिल बनाकर ठेकेदारों को भुगतान करने के आरोप हैं. मामले की जांच विजिलेंस कर रही है. शासन ने आईएफएस किशनचंद को पहले ही निलंबित कर दिया था. पिछले दिनों हल्द्वानी विजिलेंस कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद गिरफ्तारी के लिए विजिलेंस की टीम ने हरिद्वार जनपद में कई ठिकानों पर दबिश दी थी, पर वह हाथ नहीं आए थे.
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बृहस्पतिवार को कोर्ट से कुर्की से पूर्व मुनादी के आदेश जारी होने के बाद हल्द्वानी से इंस्पेक्टर भानुप्रताप आर्य के नेतृत्व में एक टीम हरिद्वार पहुंचीं. पहले ज्वालापुर स्थित आवास और फिर पथरी क्षेत्र में स्टोन क्रशर पर पहुंचकर कुर्की का नोटिस चस्पा किया. इसके बाद ढोल बजाकर मुनादी करवाई गई. ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने बताया विजिलेंस की टीम पहुंची थीं. जिससे कुर्की का नोटिस अशफाक मुनादी की कारवाई को पूरा कराया गया है.