हरिद्वारः आगामी 26 दिसंबर को साल का अंतिम सूर्य ग्रहण पड़ने जा रहा है. कई दशकों बाद लगने वाला सूर्य ग्रहण विशेष ग्रह योग में पड़ रहा है. ग्रहण के दौरान 6 ग्रह एक ही राशि यानि धनु राशि में होंगे. ऐसे में सूर्य ग्रहण देश के लिए शुभ नहीं माना जा रहा है. ज्योतिषाचार्य इस सूर्य ग्रहण को अमंगलकारी बता रहे हैं. जबकि, ग्रहण 26 दिसंबर को सुबह 8 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगा और 10 बजकर 57 मिनट पर संपन्न होगा.
ज्योतिषाचार्य सूर्य ग्रहण को देश की सामाजिक और राजनीतिक स्थिति के लिए अशुभ बता रहे हैं. ज्योतिषाचार्य प्रतीक मिश्रपुरी का कहना है कि 26 दिसंबर को पड़ने वाला सूर्य ग्रहण साल 1962 में लगे सूर्य ग्रहण के जैसा ही ग्रह योग बन रहा है. जब ग्रहण के वक्त 6 ग्रह एक ही राशि में थे. इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण भी इस तरह के ग्रह योग बना रहा है.
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उनका कहना है कि सूर्य ग्रहण के वक्त सूर्य, चंद्र, बुध, बृहस्पति, शनि और केतु ग्रह धनु राशि में होंगे. यह ग्रहण धनु राशि पर है और धनु राशि पर पड़ने वाला ग्रहण कष्टकारी होगा. उन्होंने कहा कि ग्रहण खासकर पश्चिम और पूर्व दिशा में रहने वालों व इन दिशाओं के राज्य के लिए ठीक नहीं होगा. ग्रहण काल में दिन के वक्त ही कुछ देर के लिए अंधेरा हो जाएगा.
ग्रहण काल में क्या करें-
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, ग्रहण धनु राशि वालों के लिए विशेष कष्टकारी रहेगा. इस राशि वालों को उड़द की दाल काली दाल में डालने वाला नमक मिलाकर दान करना चाहिए. ग्रहण काल में जप-तप करें और ग्रहण के बाद स्नान आदि करके पुनः किसी गरीब व्यक्ति या किसी मंदिर में दान करें.
सूर्य ग्रहण का जिन-जिन राशियों पर असर पड़ रहा है. ज्योतिषाचार्य के अनुसार उन राशियों के लोग ग्रहण काल में जप-तप करें और मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाए तो उनकी राशि पर पड़ रहा प्रभाव भी कम होगा.
ज्योतिषाचार्य प्रदीप जोशी का कहना है कि यह सूर्य ग्रहण किसी बड़े राजनीतिक व्यक्ति के लिए अशुभ रहेगा और उसके बड़े पद से अपदस्थ होने की आशंका है. सामाजिक हालात पर भी ग्रहण का प्रभाव अच्छा नहीं रहेगा. देश के लोगों में मनमुटाव बढ़ेगा.
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ग्रहण के वक्त दिन में ही आसमान में कई ग्रह नक्षत्र दिखाई देने लगेंगे. उनका कहना है कि यह ग्रहण देश के लिए अच्छा संकेत है. ग्रहण काल में विशेष रूप से गंगा स्नान करना विशेष महत्व माना जाता है. इससे उन्हें पाप से तो मुक्ति मिलती ही है और उनका मन भी शुद्ध होता है.
वहीं, साल 2019 का यह तीसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण होगा. ग्रहण काल सुबह 8 बजकर 17 मिनट से शुरू होकर 10 बजकर 57 मिनट तक चलेगा. ग्रहण के स्पर्श काल से 12 घंटे पहले से सूतक लग जाएगा. यानि सूतक 25 दिसंबर की रात से ही लग जाएगा.