रुड़की: सात अक्टूबर को सिक्किम में आई बाढ़ में लापता हुए सेना के जवान प्रदीप कुमार का पार्थिव शरीर आज 17 नवंबर को करीब 43 दिनों बाद उनके पैतृव गांव गदर जुडड़ा पहुंचाया गया. जहां सैन्य सम्मान के साथ प्रदीप कुमार का अंतिम संस्कार किया गया.
जानकारी के मुताबिक हरिद्वार जिले की मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के गदर जुडड़ा गांव के रहने वाले गुरबत सिंह के दो बेटे हैं. दोनों भारतीय सेना में हैं. गुरबत सिंह का बड़ा बेटा प्रदीप कुमार सिक्किम में तैनात था. बता दें कि बीती 7 अक्टूबर को बादल फटने के कारण सिक्किम में बाढ़ आ गई थी, जिसमें सेना के कई जवान लापता हो गए थे, उसमें से एक प्रदीप कुमार भी था.
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सेना के जवान और स्थानीय पुलिस-प्रशासन तभी से सिक्किम बाढ़ में लापता हुए लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं. इसी बीच उन्हें जवान प्रदीप कुमार के पार्थिव शरीर के कुछ अवशेष मिले, जिसका डीनएन टेस्ट किया गया. रिपोर्ट के आधार पर वो अवशेष प्रदीप कुमार के निकले. जिन्हें लेकर सेना के जवान प्रदीप कुमार के घर गदर जुडड़ा गांव हरिद्वार उत्तराखंड पहुंचे. परिजनों को जैसे ही प्रदीप कुमार का पार्थिव शरीर मिलने की खबर मिली, उनकी सारी उम्मीदें टूट गई और घर में कोहराम मच गया.
आज शुक्रवार 17 नवंबर को गदर जुडड़ा गांव में प्रदीप कुमार को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम थीं. बता दें कि प्रदीप कुमार पुत्र गुरबत सिंह साल 2012 में आर्मी में भर्ती हुए थे. प्रदीप कुमार जलपाईगुड़ी कोलकाता की यूनिट 16 में तैनात थे. उनका छोटा भाई भी आर्मी में है. प्रदीप कुमार अपने पीछे पत्नी और दो बच्चों को छोड़कर गए हैं. झबरेड़ा विधायक वीरेंद्र जाती ने भी प्रदीप कुमार को श्रद्धाजंलि दी और उनके परिजनों ने मुलाकात की.