हरिद्वार: पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद के बाद कांग्रेस नेता राशिद अल्वी द्वारा दिए गए बयान पर धर्मनगरी के संत समाज में आक्रोश है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी में सलमान खुर्शीद और राशिद अल्वी का कड़ा विरोध करते हुए दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की बात कही है. तो वहीं, कैबिनेट मंत्री और हरिद्वार ग्रामीण के विधायक ने ऐसी मानसिकता वाले नेताओं को राक्षस की संज्ञा दी है.
कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा है कि बिना राम के समाज की कल्पना नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा कि वह भगवान राम की निंदा और भारतीय संस्कृति की अवहेलना किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे. वहीं, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महेंद्र रविंद्रपुरी ने कहा कि उनके द्वारा सलमान खुर्शीद द्वारा लिखी गई किताब को मंगाया जा रहा है और उसके अध्ययन के बाद सलमान खुर्शीद पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की ओर से मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.
उन्होंने कहा कि कांग्रेसी हमेशा मुसलमानों को संतुष्ट करने की राजनीति रही है. उसके बड़े-बड़े नेता हिंदू के खिलाफ आए दिन बयान देते रहे इसीलिए उनके द्वारा पूर्व में भाजपा को समर्थन करने की बात कही गई थी, क्योंकि भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जो हिंदुओं के हित के लिए कार्य करती है.
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निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी ने कहा है कि सलमान खुर्शीद कई शिक्षण संस्था चलाते हैं. उनके द्वारा लिखी गई किताब से जाहिर होता है कि वह अपने शिक्षण संस्थान में किस तरह के शिक्षा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि राशिद अल्वी लगातार विवादित बयान देकर सुर्खियों में बने रहते हैं. दोनों की ही मानसिकता हिंदू विरोधी रही है.
कैलाशानंद गिरी ने केंद्र और राज्य सरकार से सलमान खुर्शीद और राशिद अल्वी पर कार्रवाई किए जाने की मांग की है. साथ ही देश के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि सभी लोग ऐसे लोगों का बहिष्कार करें, क्योंकि ऐसे लोग हिंदू-मुस्लिम की भावनाओं को भड़काकर आपस में लड़ाना चाहते हैं.
बता दें, कांग्रेस के सीनियर लीडर सलमान खुर्शीद के बाद अब राशिद अल्वी ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने जय श्री राम का नारा लगाने वालों की तुलना रामायण के कालनेमि राक्षस से की है. उन्होंने कहा कि रामराज्य और जय श्री राम का नारा लगाने वाले मुनि नहीं, बल्कि रामायण काल के कालनेमि राक्षस हैं.