हरिद्वार: आज से कांवड़ यात्रा शुरू हो चुकी है, लेकिन प्रशासन की तैयारी अभी तक पूरी नहीं हो पाई है. कांवड़ यात्रा सुगम और बेहतर बनाने के लिए प्रशासन ने लाख दावे किए थे. जोकि अब तक पूरे नहीं हो पाए हैं. ऐसे में कांवड़िए बिना सुरक्षा व्यवस्था के ही गंगा घाट पर नहाने को मजबूर हैं.
दरअसल, हरिद्वार से लेकर नारसन बॉर्डर तक कांवड़ पटरी के माध्यम शिवभक्त पैदल यात्रा से करते हैं. इस दौरान कांवड़िए कई बार गंगनहर में स्नान करते हैं. ऐसे में कई बार हादसे भी हो जाते हैं. जिसकी तरफ प्रशासन का कोई ध्यान नहीं जाता है. घाटों पर सुरक्षा के लिहाज से सेफ्टी चैन लगाई जानी चाहिए, जिससे कांवड़ यात्रा के दौरान शिवभक्तों के साथ कोई घटना ना हो.
बता दें कि, प्रशासन द्वारा गंगनहर के घाटों पर सेफ्टी चैन नहीं लगाई गई है. जिस कारण शिवभक्त बिना सुरक्षा के गंगा घाटों पर स्नान करने को मजबूर हैं. कांवड़िए टोली लेकर अपने-अपने गंतव्य की ओर निकल पड़े हैं और व्यवस्थाएं आधी-अधूरी दिखाई दे रही हैं.
वहीं, इस मामले को लेकर रुड़की ज्वांइट मजिस्ट्रेट नितिका खंडेलवाल ने कहा कि मुख्य घाटों पर सेफ्टी चैन लगाई जा रही है. जिससे कांवड़ यात्रा के दौरान कोई हादसा ना हो. साथ ही कहा कि सेफ्टी चैन लगाने का काम जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा.