हरिद्वार/ऋषिकेश: धर्मनगरी हरिद्वार में अतिक्रमण के खिलाफ जिला प्रशासन ने कार्रवाई करनी शुरू कर दी है. गुरुवार को हरिद्वार के शिव मूर्ति चौराहे से भीमगोड़ा बैरियर तक मुख्य बाजार में व्यापारियों द्वारा किए गए अतिक्रमण को एचआरडीए (Haridwar Roorkee Development Authority) की टीम ने सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में हटाया. इस दौरान जिन व्यापारियों ने सामान दुकान से बाहर नालियों पर कब्जा कर लगाया हुआ था, उनका सामान जब्त किया गया. दूसरी तरफ व्यापारी जिला प्रशासन के अतिक्रमण हटाओ अभियान का विरोध करते नजर आए.
अभियान के बारे में जानकारी देते हुए सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह ने बताया कि पूर्व में भी जिला प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटवाया गया था. इसके बाद व्यापारी जिलाधिकारी से मिले थे. बातचीत में यह बात तय हुई थी कि हरिद्वार में चल रहे यात्री सीजन के कारण उनको कुछ समय की मोहलत दी जाए. इसमें 16 से 23 जून तक व्यापारियों को अतिक्रमण हटाना था. लेकिन ऐसा नहीं करने पर जिला प्रशासन को अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाना पड़ा है. यह अभियान लगातार जारी रहेगा. वहीं, दूसरी तरफ हरिद्वार के व्यापारियों ने जिला प्रशासन द्वारा चलाए गए अतिक्रमण हटाओ अभियान पर सवाल खड़े किए. उनका कहना है कि जिला प्रशासन कई ऐसी जगहों पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई से बच रहा है, जहां अतिक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है.
चिन्हित पार्किंग क्षेत्र का किया स्थलीय निरीक्षण: कांवड़ यात्रा के तहत पुलिस प्रशासन अभी से तैयारियों में जुट गया है. फौरी तौर पर यात्रा पर आने वाले शिवभक्तों के लिए अस्थायी वाहन पर्किंग का चिह्नीकरण किया जा रहा है. फिलहाल, पुलिस ने आईडीपीएल में दो स्थानों का चयन किया है. वहीं, जरूर पड़ने पर अन्य स्थानों भी इंतजाम के लिए पुलिस चिह्निकरण में जुटी है.
गुरुवार को एसपी ग्रामीण कमलेश उपाध्याय ने आईडीपीएल क्षेत्र में चिह्नित पार्किंग का स्थलीय निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने पार्किंग स्थलों को दुरूस्त कराने की बात कही. साथ ही शिवभक्तों के आवागमन मार्गों को लेकर भी स्थानीय पुलिस अधिकारियों से फीडबैक लेकर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए. एसपी ने बताया कि साल 2019 में करीब तीन करोड़ श्रद्धालुओं के यात्रा का आंकड़ा मिला है. लिहाजा, दो साल यात्रा स्थगित रहने से इस दफा श्रद्धालुओं की आमद इससे भी ज्यादा होने की संभावना है.