हरिद्वार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने आत्मनिर्भर भारत को साकार करने के लिए हरिद्वार जिला प्रशासन ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में 1 से 14 नवम्बर तक आत्मनिर्भर मेले का आयोजन किया है, लेकिन आश्चर्य की बात यह कि आत्मनिर्भर मेले के सभी काउंटर खाली हैं. मेले में करीब 60 काउंटर बनाए गए हैं. आत्मनिर्भर मेले के आयोजन का मुख्य उद्देश्य निचले तबके की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना और उनके कारोबार को आगे बढ़ाने लिये सहारा देना है, ताकि वे स्वयं आत्मनिर्भर बनने के साथ ही जिला, प्रदेश व देश के विकास में अपना योगदान दे सकें.
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने कहा कि रविवार से मेला शुरू हो गया है. 60 के 60 टेबल मेले के बुक हो गए हैं. साथ ही हरिद्वार के कई क्षेत्रों में जैसे रुड़की आदि में स्टोल भी प्रारंभ लग गए है. जैसे-जैसे लोगों को जानकारी मिल रही है वैसे-वैसे स्टोल्स की बुकिंग हो रही है. स्टोर्स बिल्कुल निशुल्क रखे गए हैं.
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इस मेले में केवल स्वदेशी सामान की ही बिक्री होगी. विदेशों से आयात कोई भी सामान इस मेले नहीं बिकेगा. आत्मनिर्भर मेले दीपावली को देखते हुये दीये, खादी का सामान, मोमबत्ती, डेकोरेशन का सामान, झालर-लाइट, स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाये गये सामान, खानपान का सामान, पटाखों आदि की बिक्री की जा सकती है.
नियमों का पालन करते हुये इन मेला स्थानों को पटाखों की बिक्री के लिये चिह्नित कर सकते हैं, जिनमें केवल स्वदेशी पटाखों की ही बिक्री होगी. वही स्टोल्स की बुकिंग कराने पहुंची महिलाओं का कहना है कि उन्हें जैसे जानकारी प्राप्त हुई स्टॉल्स की बुकिंग कराने हरिद्वार के ऋषि कुल ग्राउंड में पहुंच गई हैं और उनके द्वारा यहां स्टोल लगाने की प्रक्रिया संपूर्ण हो गई है, कल से वह यहां पर स्टॉल लगाएंगी.