हरिद्वार: उत्तर प्रदेश सरकार ने बिजनौर से बलिया तक गंगा तट पर बसे हर गांव-शहर में गंगा आरती कराए जाने का फैसला लिया है. जिसका अखाड़ा परिषद ने स्वागत किया है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने हरिद्वार में योगी सरकार के गंगा आरती कराए जाने के फैसले का स्वागत करते हुए मांग की है कि गंगोत्री से गंगा सागर तक जहां से भी गंगा निकलती है वहां के सभी मुख्यमंत्रियों को ऐसा ही निर्णय लेना चाहिए. इस फैसले से गंगा साफ और स्वच्छ हो सकेगी.
हरिद्वार में यूपी सरकार के लिए फैसले से खुशी की खबर है. यहां के संत समाज ने योगी सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए इसे एक सराहनीय कदम बताया है. अखाड़ा परिषद ने यूपी सरकार के इस फैसले को गंगा से संबंधित सभी राज्यों में लागू करने की बात कही. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का कहना है कि योगी के इस फैसले से लोगों में गंगा के प्रति आस्था और प्रगाढ़ होगी. सरकारों के इस तरह के फैसलों से गंगा जल्द ही गंगोत्री से गंगासागर तक साफ और स्वच्छ हो सकेगी.
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बता दें उत्तर प्रदेश सरकार ने बिजनौर से बलिया तक एक हजार से अधिक गांवों में जीवनदायिनी गंगा नदी की प्रतिदिन आरती की योजना बनाई है. सरकार ने बिजनौर से बलिया तक गंगा के दोनों किनारों पर बसे 1038 गांवों को नए आरती स्थल के तौर पर चुना है. इसका उद्देश्य धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है.
योजना के तहत बिजनौर से लेकर बलिया तक गंगा के पांच किलोमीटर के इलाके में दोनों किनारों पर बसे गांवों में नए आरती स्थलों के निर्माण की प्रक्रिया पर्यटन विभाग के सहयोग से शुरू की जाएगी. नए आरती स्थलों को जन सहभागिता के आधार पर संचालित किया जाएगा. रोज तय समय पर गंगा आरती का आयोजन किया जाएगा.