ETV Bharat / state

आचार्य बालकृष्ण के जन्मदिन पर एक साथ होगा 80 पुस्तकों का विमोचन, जड़ी बूटियों का मिलेगा ज्ञान

author img

By

Published : Aug 1, 2022, 10:08 PM IST

Updated : Aug 1, 2022, 10:20 PM IST

पतंजलि योगपीठ हर साल आचार्य बालकृष्ण का जन्मदिन जड़ी बूटी दिवस के रूप में मनाता है. इस बार बालकृष्ण के जन्मदिन पर एक साथ 80 पुस्तकों का विमोचन किया जाएगा. यह पुस्तक जड़ी बूटियों पर आधारित है. जो कई भाषाओं में उपलब्ध होगा.

baba ramdev
बाबा रामदेव

हरिद्वारः हर साल की तरह इस बार भी पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण का जन्मदिन जड़ी-बूटी दिवस के रूप में मनाया जाएगा, लेकिन इस बार उनका जन्मदिन कुछ खास रहेगा. उनके जन्मदिन के मौके पर एक साथ 80 पुस्तकों का विमोचन किया जाएगा. इस मौके पर देश और आयुर्वेद को समर्पित विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. जिसमें देशभर से वैज्ञानिक, शिक्षाविद, भारत सरकार की नीति आयोग एवं आयुष मंत्रालय से विशेषज्ञ भाग लेंगे.

दरअसल, आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आचार्य बालकृष्ण की ओर से रचित 80 पुस्तकों का विमोचन किया जा रहा है. आगामी 4 अगस्त तक चलने वाले इस जन्म महोत्सव में इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भारतीय पारंपरिक औषधि विज्ञान का समाज पर प्रभाव एवं उद्योग में भारतीय चिकित्सा की संभावनाओं पर शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे. इन कार्यक्रमों की श्रृंखला में पहले दिन यानी आज कृषि क्रांति और आत्मनिर्भर भारत को समर्पित रहा. इस दौरान स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को दक्षिण भारत की एक संस्था ने लाइफ अचीवमेंट अवॉर्ड से भी सम्मानित किया.

पतंजलि योगपीठ में आयोजित कार्यक्रम.

ये भी पढ़ेंः क्या आयुर्वेद में नहीं है हार्ट अटैक का इलाज, स्वामी मुक्तानंद की मौत ने फिर खड़े किए सवाल

पुस्तक में मिलेगा 60 हजार से ज्यादा जड़ी बूटियों का संकलनः योग गुरु स्वामी रामदेव (Swami Ramdev) ने कहा कि जड़ी बूटियों के संरक्षण और संवर्धन के लिए पतंजलि योगपीठ ने महत्वपूर्ण कार्य किया है. साथ ही कृषि के क्षेत्र में भी कार्य किया जा रहा है. आचार्य बालकृष्ण ने आयुर्वेद से संबंधित 60 हजार से ज्यादा जड़ी बूटियों को चिन्हित कर पुस्तक के रूप में संकलित किया है. जो एक विश्व रिकॉर्ड है.

कई भाषाओं में पुस्तक का होगा प्रकाशनः वहीं, आचार्य बालकृष्ण (Acharya Balkrishna) ने कहा कि कई जड़ी-बूटियां लुप्त होने की कगार पर हैं. उन्हें बचाने और संरक्षित व संवर्धन के लिए पतंजलि योगपीठ ने इन पुस्तकों के प्रकाशन का जिम्मा उठाया है. इन पुस्तकों के माध्यम से जड़ी बूटियों के औषधीय लाभ को पूरे विश्व में फैलाया जाएगा. अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत समेत अन्य कई भारतीय और विदेशी भाषाओं में इन पुस्तकों का प्रकाशन किया गया है.

ये भी पढ़ेंः बाबा रामदेव कभी साइकिल पर बेचते थे च्यवनप्राश, ऐसे खड़ा किया अरबों का साम्राज्य

हरिद्वारः हर साल की तरह इस बार भी पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण का जन्मदिन जड़ी-बूटी दिवस के रूप में मनाया जाएगा, लेकिन इस बार उनका जन्मदिन कुछ खास रहेगा. उनके जन्मदिन के मौके पर एक साथ 80 पुस्तकों का विमोचन किया जाएगा. इस मौके पर देश और आयुर्वेद को समर्पित विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. जिसमें देशभर से वैज्ञानिक, शिक्षाविद, भारत सरकार की नीति आयोग एवं आयुष मंत्रालय से विशेषज्ञ भाग लेंगे.

दरअसल, आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आचार्य बालकृष्ण की ओर से रचित 80 पुस्तकों का विमोचन किया जा रहा है. आगामी 4 अगस्त तक चलने वाले इस जन्म महोत्सव में इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भारतीय पारंपरिक औषधि विज्ञान का समाज पर प्रभाव एवं उद्योग में भारतीय चिकित्सा की संभावनाओं पर शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे. इन कार्यक्रमों की श्रृंखला में पहले दिन यानी आज कृषि क्रांति और आत्मनिर्भर भारत को समर्पित रहा. इस दौरान स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को दक्षिण भारत की एक संस्था ने लाइफ अचीवमेंट अवॉर्ड से भी सम्मानित किया.

पतंजलि योगपीठ में आयोजित कार्यक्रम.

ये भी पढ़ेंः क्या आयुर्वेद में नहीं है हार्ट अटैक का इलाज, स्वामी मुक्तानंद की मौत ने फिर खड़े किए सवाल

पुस्तक में मिलेगा 60 हजार से ज्यादा जड़ी बूटियों का संकलनः योग गुरु स्वामी रामदेव (Swami Ramdev) ने कहा कि जड़ी बूटियों के संरक्षण और संवर्धन के लिए पतंजलि योगपीठ ने महत्वपूर्ण कार्य किया है. साथ ही कृषि के क्षेत्र में भी कार्य किया जा रहा है. आचार्य बालकृष्ण ने आयुर्वेद से संबंधित 60 हजार से ज्यादा जड़ी बूटियों को चिन्हित कर पुस्तक के रूप में संकलित किया है. जो एक विश्व रिकॉर्ड है.

कई भाषाओं में पुस्तक का होगा प्रकाशनः वहीं, आचार्य बालकृष्ण (Acharya Balkrishna) ने कहा कि कई जड़ी-बूटियां लुप्त होने की कगार पर हैं. उन्हें बचाने और संरक्षित व संवर्धन के लिए पतंजलि योगपीठ ने इन पुस्तकों के प्रकाशन का जिम्मा उठाया है. इन पुस्तकों के माध्यम से जड़ी बूटियों के औषधीय लाभ को पूरे विश्व में फैलाया जाएगा. अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत समेत अन्य कई भारतीय और विदेशी भाषाओं में इन पुस्तकों का प्रकाशन किया गया है.

ये भी पढ़ेंः बाबा रामदेव कभी साइकिल पर बेचते थे च्यवनप्राश, ऐसे खड़ा किया अरबों का साम्राज्य

Last Updated : Aug 1, 2022, 10:20 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.