लक्सरः भोगपुर समेत अन्य जगहों पर अवैध खनन पूरी तरह से प्रतिबंधित है, लेकिन इसके बावजूद भी कई क्रशर संचालित हो रहे हैं. जिस पर खनन विभाग और लक्सर तहसील प्रशासन की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. संयुक्त टीम ने पैमाइश कर अवैध भंडारण मामले में 5 स्टोन क्रशर को सीज किया है.
बता दें कि बिशनपुर कुंडी में लगे स्टोन क्रशर, स्टार पौली स्टोन क्रशर, भोगपुर में स्थित शिव गंगा स्टोन क्रशर, हिमगंगे स्टोन क्रशर, श्री कृष्णा स्टोन क्रशर, सेंचुरी स्टोन क्रशर, श्री बालाजी स्टोन क्रशर, तेजस स्टोन क्रशर और गणपति स्टोन क्रशर हैं. आरोप है कि ये सभी स्टोन क्रशर स्वामी विकास निगम के पट्टों के बंद होने के बाद भी कच्चा माल खरीद रहे हैं. जिसे अवैध खनन की श्रेणी में गिना जाता है. उधर, कई लोग अवैध खनन करने से बिकुल भी नहीं कतरा रहे हैं. जिससे सवाल खड़े हो रहे कि हरिद्वार प्रशासन की मॉनिटरिंग के बावजूद भी अवैध खनन पर आखिर रोक क्यों नहीं लगाई जा रही है?
वहीं, प्रशासन का कहना है कि खनन और राजस्व विभाग की ओर से खनन को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है. मॉनिटरिंग के दौरान कोई अवैध खनन करने वाला व्यक्ति नजर नहीं आता है, लेकिन स्टोन क्रशर में खनन सामग्री कहां से आ रहा है. यह बड़ा सवाल है. इसी कड़ी में खनन उप निदेशक प्रदीप कुमार और तहसीलदार रेखा आर्य के नेतृत्व में टीम ने अवैध खनन मामले में क्रशर स्वामियों के खिलाफ कार्रवाई की है. जब टीम लक्सर के भोगपुर क्षेत्र में मॉनिटरिंग करने पहुंची तो कई स्टोन क्रशर अवैध खनन में लिप्त पाए गए.
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जिसके बाद टीम ने क्रशरों की पैमाइश कर सीज की कार्रवाई की. जिसमें तेजस्व स्टोन क्रशर, बाला जी स्टोन क्रशर, हिम गंगे स्टोन क्रशर, महादेव स्टोन क्रशर, सेंचुरी स्टोन क्रशर शामिल हैं. मामले में खनन अधिकारी प्रदीप कुमार का कहना है कि अवैध खनन की सूचना मिली थी. जिसके बाद पैमाइश कर स्टोन क्रशरों को सीज कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि स्टोन क्रशर के खिलाफ कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी. वहीं, उनका कहना है कि विभाग की ओर से पूरी गोपनीय तरीके से कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी स्टोन क्रशर मालिकों को इसकी भनक लग जाती है. जिससे वो पहले ही सावधान हो जाते हैं, लेकिन अवैध खनन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.