देहरादून: राजधानी के परेड ग्राउंड में उच्च शिक्षा विभाग, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास और सेवायोजन विभाग की ओर आयोजित युवा महोत्सव में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने शिरकत की. मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस दौरान जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के दौरान युवा उत्तराखंड पुस्तिका का भी सीएम ने विमोचन किया.
युवा उत्तराखंड उद्यमिता से रोजगार की ओर कार्यक्रम में #YoungUttarakhand https://t.co/hn1WgXYu8g
— Trivendra Singh Rawat त्रिवेंद्र सिंह रावत (@tsrawatbjp) March 6, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">युवा उत्तराखंड उद्यमिता से रोजगार की ओर कार्यक्रम में #YoungUttarakhand https://t.co/hn1WgXYu8g
— Trivendra Singh Rawat त्रिवेंद्र सिंह रावत (@tsrawatbjp) March 6, 2019युवा उत्तराखंड उद्यमिता से रोजगार की ओर कार्यक्रम में #YoungUttarakhand https://t.co/hn1WgXYu8g
— Trivendra Singh Rawat त्रिवेंद्र सिंह रावत (@tsrawatbjp) March 6, 2019
इस साल को सरकार रोजगार के वर्ष के रूप में मना रही है. इसी कड़ी में युवाओं को रोजगार से जोड़ने की कोशिश में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. आयोजित कार्यक्रम में 50-55 कंपनियों के प्रतिनिधि भी शामिल रहे. दून के परेड ग्राउंड में आयोजित इस युवा महोत्सव में पहुंचे युवाओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का क्रेज दिखाई दिया. इस कार्यक्रम में प्रदेशभर से करीब 12 हज़ार की संख्या में छात्र-छात्राएं पहुंचे जिनसे से 10 छात्रों ने सीधे मुख्यमंत्री से संवाद किया.
कार्यक्रम में वित्त मंत्री प्रकाश पंत, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत, मदन कौशिक, सुबिध उनियाल, उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, राज्य मंत्री रेखा आर्य, टिहरी सांसद माला राजलक्ष्मी शाह, मुख्य सचिव उत्पल कुमार समेत तमाम सचिव मौजूद हैं.
सीएम के संबोधन के मुख्य अंश-
- आज का दिन बहुत ऐतिहासिक है.
- करीब 52 डिग्री कॉलेज में सीधा लाइव संवाद हो रहा है.
- आज का विद्यार्थी आज का नागरिक है.
- युवाओं के सोच का हम सहयोग चाहते हैं.
- इंवेस्टमेंट समिट में 1 लाख 24 करोड़ का एमओयू साइन हुआ था.
- 13 हज़ार करोड़ का काम ग्राउंड लेवल पर शुरू हो चुका है.
- इससे 20 हज़ार युवाओं को रोजगार मिलेगा.
- वन में आज लगने का सबसे बड़ा कारण चीड़ की पत्तियां है.
- आज चीड़ पर आधारित उद्योग शुरू किया गया है.
- उत्तराखंड में चीड़ की पत्तियां विकास का कारण बनेंगी.
- इन 23 महीनों में करीब 3 लाख रोजगार और स्वगोजगर दिए हैं.
- उत्तराखंड में चल रहे बड़े प्रोजेक्ट के माध्यम से डेढ़ लाख श्रमिकों को रोजगार दिया गया है.
- उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा माना जाता है, यहां तमाम संस्थान हैं.
- देहरादून में देश का पहला ड्रोन सेंटर स्थापित हुआ है.
- ड्रोन के क्षेत्र में बहुत बड़ा रोजगार छुपा हुआ है.
- इंडिया ड्रोन फेस्टिबल-2019 को शुभारम्भ देहरादून में किया गया, इसमें 21 राज्यों के लोगों ने प्रतिभाग किया.
- देहरादून में देश के पहले ड्रोन एप्लीकेशन प्रशिक्षण एवं अनुसंधान प्रयोगशाला की स्थापना.
- ड्रोन का बहुआयामी उपयोग-सुरक्षा, सर्वे, आपदा के समय, स्वास्थ्य, क्राउड मैनेमेंट, रेलवे लाइन, नदियों की देख रेख में होगा.
- डिजिटल इण्डिया के अन्तर्गत केन्द्र सरकार के ई-गर्वमेंट तथा सूचना प्रौद्योगिकी नीतियों को राज्य में लागू किया जा रहा है.
- सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी के तहत हाईपर कन्वर्जन तकनीक युक्त डाटा सेन्टर, वीडियो कान्फ्रेसिंग, ड्रोन तकनीकि पर शोध प्रशिक्षण, साइबर सिक्योरिटी पर प्रशिक्षण सेन्टर की स्थापना की गई है.
युवा उत्तराखंड उद्यमिता रोजगार कार्यक्रम के मुख्य मुद्दे-
युवा महोत्सव, कौशल विकास-सूचना प्रौद्योगिकी पर होगा फोकस.
डिजिटल उत्तराखंड की स्थापना.
कनेक्टिविटी रहित गांव को डिजिटल बनाने की पहल.
रेडियो फ्रीक्वेंसी से दूरस्थ गांव में इंटरनेट पहुंचाना.
घेस, हिमनी, पीपल कोटी जैसे सीमान्त गांव स्मार्ट विलेज बनें.
बैलून तकनीक से आपदा में संचार सेवा शुरू.
केन्द्र सरकार का सूचना प्रौद्योगिकी विजन और मिशन
- नागरिकों को सशक्त बनाने के लिए ई-गवर्नेंस, इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी एवं आईटीईएस उद्योगों के समावेशी और टिकाऊ विकास को बढ़ावा देना.
- इंटरनेट गवर्नेंस में भारत की भूमिका को बढ़ाना, बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाना.
- मानव संसाधनों का विकास, अनुसंधान एवं विकास और नवाचार को बढ़ावा देना.
- डिजिटल सेवाओं द्वारा दक्षता बढ़ाना और सुरक्षित साइबर स्पेस सुनिश्चित करना.
युवा उत्तराखंड रोजगार उद्देश्य
- ई-गवर्नमेंटः ई-सेवाओं के वितरण के लिए ई-इंफ्रास्ट्रक्चर की सुविधा प्रदान करता है.
- ई-इंडस्ट्रीः इलेक्ट्रॉनिक्स हार्डवेयर विनिर्माण और आईटी आईटीईएस उद्योग को बढ़ावा देना.
- ई-इनोवेशन: नवाचार के निर्माण को सक्षम बनाना आईसीटी एंड ई के उभरते हुए क्षेत्रों में.
- अनुसंधान एवं विकास की संरचना अनुसंधान एवं विकास के अनुवाद के लिए तंत्र की स्थापना.
- ई-लर्निंगः ई स्किल्स और ज्ञान नेटवर्क के विकास के लिए सहायता प्रदान करना.
- ई-सिक्योरिटीः भारत के साइबर स्पेस की सुरक्षा.
- ई-इन्क्लूशनः अधिक समावेशी विकास के लिए आईसीटी के उपयोग को बढ़ावा देना.
- इंटरनेट गवर्नेंस: इंटरनेट गवर्नेंस के वैश्विक मंचों पर भारत की भूमिका को बढ़ाना.