डोईवाला: प्रदेश में इनदिनों जंगली जानवर और आवारा पशु किसानों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं. ऐसे में डोईवाला के युवा किसान ओमकार सिंह गुलाब की खेती कर बेरोजगार लोगों को रोजगार से जोड़ने का काम कर रहे हैं. साथ ही इससे गुलाब की खेती को भी बढ़ावा मिल रहा है और पहाड़ों में रोजगार के साधन उत्पन्न हो रहे हैं.
बता दें कि, ओमकार ने खेतों में लगभग साढ़े चार लाख गुलाब की पौध (नूरजहां) लगाई है. वह इसकी पौध तैयार होते ही पहाड़ों में सप्लाई करते हैं. जिसके बाद पहाड़ों में गुलाब की फसल को तैयार कराया जा रहा है और फसल तैयार होने पर सरकार द्वारा फूलों को खरीदा जाता है. जिससे अर्क और गुलाब जल तैयार किया जाता है.
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युवा किसान ओमकार सिंह ने बताया कि गुलाब की खेती को न तो जंगली जानवर नुकसान पहुंचा रहे हैं और न ही इसे आवारा पशुओं से कोई नुकसान हो रहा है. साथ ही ये खेती पूरी तरह से हर्बल है और इसमें रसायनिक खादों का प्रयोग नहीं किया जाता है.
वहीं, किसान विवेक भारती शर्मा ने बताया कि सरकार लोगों को गुलाब की खेती करने के लिये प्रोत्साहित कर रही है. जिससे किसान पहाड़ों की बंजर भूमि पर गुलाब की खेती कर रोजगार से जुड़ रहे हैं और पलायन की समस्या भी दूर हो रही है.