देहरादूनः उत्तराखंड विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के साथ ही सियासी दलों में हलचल तेज हो गई है. हालांकि अभी तक बीजेपी और कांग्रेस ने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है, लेकिन टिकट फाइनल होने से पहले ही धरातल पर नेताओं की वास्तविक छवि सामने आने लगी है. तमाम ऐसे विधायक जिन्होंने पिछले 5 सालों में काम नहीं किया है. उनका विरोध खुले तौर पर दिखने लगा है. यही वजह है कि देहरादून में यमुनोत्री विधायक केदार रावत का विरोध देखने को मिल रहा है.
एक तरफ जहां कांग्रेस कार्यालय में हंगामे के हालात बने हुए हैं वहीं, बीजेपी कार्यालय पर भी विभिन्न विधानसभाओं से लोग आकर खुले तौर से विधायकों का फीडबैक दे रहे हैं. ऐसा ही नजारा बुधवार को सुबह देखने को मिला. जहां यमुनोत्री विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने देहरादून स्थित बीजेपी मुख्यालय पर अपने वर्तमान विधायक केदार रावत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
ये भी पढ़ेंः BJP कार्यकर्ताओं ने अपने ही मंत्री यतीश्वरानंद पर लगाया अवैध खनन का आरोप, दूसरे को टिकट देने की मांग
उनका आरोप है कि यमुनोत्री विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान विधायक केदार रावत ने पूरे 5 साल क्षेत्र में कुछ काम नहीं किया. उनका जगह-जगह पर विरोध हो रहा है. उन्होंने जनता की सुध नहीं ली है. यमुनोत्री विधानसभा के लोगों का कहना है कि इस बार उनके विधायक को बदला जाए और इस बार कोई क्षेत्रीय विधायक को टिकट दिया जाए. ताकि क्षेत्र का विकास हो पाए.
बता दें कि यमुनोत्री विधायक केदार रावत को लेकर क्षेत्र में भी कई जगह पर विरोध प्रदर्शन देखे गए. जब वो क्षेत्र की जनता के बीच में गए तो उन्हें कई बार जनता की विरोध का सामना करना पड़ा. ऐसे में साफ है कि जनता उनके कामों से खुश नहीं है. लिहाजा, बीजेपी अगर उन्हें यमुनोत्री विधानसभा सीट से टिकट देती है तो पार्टी को नुकसान होने की संभावना है.