देहरादून: राजधानी के राजपुर रोड स्थित स्थानीय होटल में शनिवार को राज्य कर विभाग ने कार्यशाला का आयोजन किया. जीएसटीएन की नई रिटर्न्स से सम्बन्धित इस कार्यशाला में स्टेक होल्डर्स और कर अधिकारियों को जानकारी दी गई. प्रशिक्षण के पहले सत्र में ये कार्यशाला राज्य कर अधिकारियों और केन्द्रीय कर अधिकारियों को सयुंक्त रूप से दी गई. जीएसटीएन के प्रवक्ता कपिल जोशी ने कार्यक्रम में विभिन्न शंकाओं का समाधान किया.
जीएसटीएन द्वारा विकसित इस रिटर्न प्रणाली के सुगम और सहज प्रारूपों के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी गई. राज्य के सभी व्यवसायियों को इसका लाभ देने के उद्देश्य से द्वितीय चरण में गढ़वाल जोन के सभी स्टेक होल्डर्स को प्रशिक्षण दिया गया. प्रथम पाली में कर विभाग के 80 और द्वितीय पाली में 150 स्टेक होल्डर्स ने प्रतिभाग किया. साथ ही नई रिटर्न्स के ऑफलाइन टूल के बारे में बताया गया कि ये रिटर्न्स पूर्व की जीएसटी और 1, 2 और 3बी के स्थान पर अप्रैल 2020 से लागू किया जाना प्रस्तावित है, जो कि ट्रायल के लिए जीएसटी की वेबसाइट पर उपलब्ध है.
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स्टेक होल्डर्स से अनुरोध किया गया कि वे अधिक से अधिक ट्रायल करके फीडबैक जीएसटीएन को उपलब्ध कराएं, जिससे इस सम्बन्ध में हो रही कठिनाइयों का निराकरण रिटर्न्स को लागू करने से पूर्व ही किया जा सके.
अपर आयुक्त विपिन चन्द्र ने बताया कि अन्य सभी राज्यों के साथ-साथ उत्तराखंड राज्य के 13 हजार व्यापारियों को ट्रायल वर्जन पर नई रिटर्न्स भरे जाने का टारगेट केंद्र सरकार द्वारा दिया गया है, जिससे अधिकाधिक संख्या में फीडबैक प्राप्त हो सके. इस मौके पर केन्द्रीय कर विभाग देहरादून के स्पीकर श्री गौतम थपलियाल द्वारा सबका विश्वास योजना 2019 के अंतर्गत केन्द्रीय उत्पाद शुल्क एवं सेवा कर के पूर्व विवादो का निस्तारण एवं स्वैच्छिक प्रकटन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई.