देहरादून: रामनगर में चल रही भाजपा की चिंतन बैठक (BJP meeting) के दौरान उत्तराखंड सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड (Uttarakhand Construction Workers Welfare Board) के मुद्दे पर भी चिंतन होना संभव है. खास बात यह है कि इस बैठक में इस बार श्रम मंत्री हरक सिंह रावत (Minister Harak Singh Rawat) के बजाय कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल (cabinet minister bishan singh chufal) इस मामले को उठा सकते हैं.
उत्तराखंड भाजपा (Uttarakhand BJP) की बेहद अहम मानी जाने वाली चिंतन बैठक पार्टी की आगामी रणनीतियों के लिए बुलाई की गई है. प्रदेश में जल्द ही विधानसभा चुनाव (Assembly elections) भी होने जा रहे हैं, लिहाजा चुनाव की तैयारियों से जुड़े विषयों पर भी बैठक में मंथन होना है. बताया जा रहा है कि इस दौरान कार्यकर्ताओं को दायित्व बांटे जाने से जुड़े विषय भी बैठक में रखे जाएंगे. बस यही वह समय होगा जब एक बार फिर उत्तराखंड सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड बैठक में चर्चा का विषय बन सकता है.
जानकारी के अनुसार चिंतन बैठक के दौरान कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल (Shamsher Singh Satyal) को हटाने के लिए कुछ मंत्री लामबंद हो सकते हैं. बड़ी बात यह है कि इस बार यह मुद्दा हरक सिंह रावत के बजाय बिशन सिंह चुफाल उठा सकते हैं. आपको बता दें कि शमशेर सिंह सत्याल को हटाने के लिए सरकार के कुछ दूसरे मंत्री भी अपनी बात रख चुके हैं.
ये भी पढ़ें: हरक और सत्याल पर बोले मदन कौशिक, सीएम को करनी चाहिए मध्यस्थता
शमशेर सिंह सत्याल पर कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने का आरोप लगा चुके हैं. यही नहीं पिछले चुनाव के दौरान भी पार्टी के खिलाफ काम करने का आरोप शमशेर सिंह सत्याल पर लग चुका है. इसके बावजूद भी त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) ने मुख्यमंत्री रहते हुए अपने करीबी शमशेर सिंह सत्याल को अध्यक्ष बनाया तो पार्टी के कई नेता इस फैसले से असंतुष्ट दिखे. यही सब कारण है कि अब चिंतन बैठक के दौरान शमशेर सिंह को हटाने और पार्टी विरोधी उनके पुराने कार्यों को लेकर भी उनकी शिकायत चिंतन बैठक में हो सकती है.
बता दें कि कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल को हटाए जाने की मांग पर हरक रावत को कई मंत्रियों और विधायकों का साथ भी मिला है. हरक सिंह रावत ने मुख्यमंत्री से कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल को हटाने की मांग कर चुके हैं. वहीं, कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल, गणेश जोशी, बंशीधर भगत के साथ ही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने भी शमशेर सिंह सत्याल को हटाने का दबाव बनाया है.