मसूरी: नगर पालिका अध्यक्ष के मौखिक आदेशों के बाद तोड़े गए मजदूर के घर को लेकर मजदूरों में खासा आक्रोश है. जिसको लेकर मजदूर संघ के बैनर तले सैकड़ों मजदूर मसूरी मजदूर संघ के कार्यालय में एकत्रित हुए. मजदूरों ने मजदूर संघ कार्यालय से नगर पालिका परिषद तक नगर पालिका प्रशासन और पालिका अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध जुलूस निकाला.
नगर पालिका प्रांगण में मजदूरों ने पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता और अधिशासी अधिकारी यूडी तिवाड़ी के खिलाफ जमकर हल्ला बोला. पालिका प्रांगण में अधिशासी अधिकारी और अध्यक्ष द्वारा सकारात्मक जवाब ना मिलने पर मजदूरों ने मसूरी माल रोड पिक्चर पैलेस बैरियर पर एकत्रित होकर बैरियर पर जाम लगा दिया. जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. मजदूरों के प्रदर्शन को लेकर मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स और मजदूरों की बीच में तीखी नोकझोंक भी हुई. करीब 1 घंटे जाम लगाने के बाद नगर पालिका प्रशासन के द्वारा पर्यटन प्रभारी महावीर राणा मौके पर पहुंचे. जिसके बाद मजदूरों को वार्ता के लिए नगर पालिका अधिशासी अधिकारी के कार्यालय में बुलाया गया. इसके बाद मजदूरों ने अपने आंदोलन को स्थगित करते हुए जाम को खोला.
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मजदूर नेता आरपी बडोनी, देवी गोदियाल, संजय टम्टा और रणजीत सिंह चौहान ने कहा कि पालिका अध्यक्ष मजदूर विरोधी नीति अपनाकर मजदूरों के साथ अन्याय कर रहे हैं जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा शिफन कोर्ट से पहले 84 परिवारों को षड्यंत्र के तहत बेघर किया गया. उनके विस्थापन के नाम पर लगातार पालिकाध्यक्ष लॉलीपॉप दे रहे हैं. उन्होंने कहा कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने 5 करोड़ 32 लाख रुपये से हंस कॉलोनी योजना बनाकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उसका शिलान्यास भी करा दिया, परंतु पालिका प्रशासन योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए जमीन उपलब्ध नहीं करा रही है. जिससे साफ है कि पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता की मंशा मजदूरों को विस्थापित करना नहीं है.उन्होंने कहा अगर पालिका अध्यक्ष समय रहते नहीं चेते तो आने वाले समय पर उनको जवाब दिया जाएगा.