देहरादून: उत्तराखंड में जिन जगहों पर सड़क कनेक्टिविटी को सुधारा जा सकता था, वहां केंद्र सरकार की चारधाम ऑलवेदर सड़क परियोजना का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. साथ ही राज्य सरकार की अलग-अलग योजनाओं के तहत भी काम जारी है. वहीं, अब बड़े सड़क प्रोजेक्ट के बाद अब सरकार का फोकस उन जगहों पर है जहां पर सड़क कनेक्टिविटी नहीं है. वहां पर सरकार अब रोपवे में प्रोजेक्ट धरातल पर उतारने पर विचार कर रही है.
केदारनाथ, हेमकुंड साहिब और यमुनोत्री बड़े रोपवे प्रोजेक्ट: पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर (Tourism Secretary Dilip Jawalkar) ने ईटीवी भारत को बताया कि अगले साल तक उत्तराखंड में रोपवे के तीन बड़े प्रोजेक्ट धरातल पर उतरने वाले हैं. इनमें केदारनाथ, यमुनोत्री और हेमकुंड साहिब रोवपे प्रोजेक्ट शामिल हैं. इन तीनों प्रोजेक्ट पर बेहद तेज गति से काम चल रहा है. इसके लिए कार्यदाई संस्था एनएचएआई नियुक्त की गई है. वहीं, यमुनोत्री के लिए बनाए जा रहा रोपवे प्रोजेक्ट पर्यटन विभाग द्वारा तैयार किया जा रहा है. जल्द ही यह बड़े प्रोजेक्ट धरातल पर देखने को मिलेंगे. ये रोपवे तैयार होने से चारधाम यात्रा को पंख लगेंगे और इससे प्रदेश की आर्थिकी को मजबूती मिलेगी.
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40 छोटे रोपवे प्रोजेक्ट भी काम: पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि 40 छोटे रोपवे प्रोजेक्ट हैं, जिन पर लगातार काम किया जा रहा है. इसके अलावा जहां पर भी रोपवे की संभावनाएं हैं, वहां पर प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं.