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उत्तराखंड के इन कॉलेजों में शुरू की गई स्पेशल क्लासेज, नई शिक्षा नीति पर काम कर रही सरकार

उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने उच्च शिक्षा के तमाम अधिकारियों के साथ नई शिक्षा नीति को लेकर बैठक की. साथ ही जल्द इसके मसौदे को तैयार करने की बात कही.

उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत
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Published : Aug 20, 2019, 4:50 PM IST

Updated : Aug 20, 2019, 5:39 PM IST

देहरादून: प्रदेश में नई शिक्षा नीति को लेकर कवायद तेज हो गई है. जिसको लेकर विभागीय अधिकारियों को तलब कर उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने नई शिक्षा नीति को लेकर जल्द मसौदा तैयार करने के निर्देश दिए हैं. जिसके बाद इसे केंद्र को भेजा जाएगा.

नई शिक्षा नीति पर काम कर रही सरकार

साथ ही बैठक में स्नातक स्तर पर प्रवेश को लेकर सामने आने वाली सीटों की समस्या का समाधान करने के भी निर्देश दिये गये हैं. अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई कि 18 महाविद्यालयों में मुख्य रूप से समस्या को चिन्हित किया गया है.

पढ़ें- अल्मोड़ा: बारिश के कारण आधा दर्जन सड़कें बंद, 4 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त

प्रवेश संबंधी सीटों की समस्या का सामना करने वालों में गोपेश्वर, लोहाघाट, टनकपुर, गंगोहाट, पिथौरागढ़, बागेश्वर, काशीपुर, रुद्रपुर, हल्द्वानी, गरुड़, खटीमा, रामनगर, मंगलौर, बाजपुर, पाटी, चम्पावत, ऋषिकेश, सितारगंज महाविद्यालय शामिल हैं. जहां आवश्यकता के अनुरूप 10 प्रतिशत कमजोर वर्गों के आरक्षण के बाद 10 प्रतिशत सीटों में वृद्धि की जाएगी. इसके अलावा कुलपति और शिक्षा निदेशक की सहमति पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त सीटों की वृद्धि भी की जायेगी. इसके अलावा प्रवेश संबंधी दबाव को कम करने के लिए खटीमा, हल्द्वानी, रुद्रपुर, ऋषिकेश जैसे महाविद्यालयों में शाम को क्लास देने का भी निर्णय लिया गया है.

देहरादून: प्रदेश में नई शिक्षा नीति को लेकर कवायद तेज हो गई है. जिसको लेकर विभागीय अधिकारियों को तलब कर उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने नई शिक्षा नीति को लेकर जल्द मसौदा तैयार करने के निर्देश दिए हैं. जिसके बाद इसे केंद्र को भेजा जाएगा.

नई शिक्षा नीति पर काम कर रही सरकार

साथ ही बैठक में स्नातक स्तर पर प्रवेश को लेकर सामने आने वाली सीटों की समस्या का समाधान करने के भी निर्देश दिये गये हैं. अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई कि 18 महाविद्यालयों में मुख्य रूप से समस्या को चिन्हित किया गया है.

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प्रवेश संबंधी सीटों की समस्या का सामना करने वालों में गोपेश्वर, लोहाघाट, टनकपुर, गंगोहाट, पिथौरागढ़, बागेश्वर, काशीपुर, रुद्रपुर, हल्द्वानी, गरुड़, खटीमा, रामनगर, मंगलौर, बाजपुर, पाटी, चम्पावत, ऋषिकेश, सितारगंज महाविद्यालय शामिल हैं. जहां आवश्यकता के अनुरूप 10 प्रतिशत कमजोर वर्गों के आरक्षण के बाद 10 प्रतिशत सीटों में वृद्धि की जाएगी. इसके अलावा कुलपति और शिक्षा निदेशक की सहमति पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त सीटों की वृद्धि भी की जायेगी. इसके अलावा प्रवेश संबंधी दबाव को कम करने के लिए खटीमा, हल्द्वानी, रुद्रपुर, ऋषिकेश जैसे महाविद्यालयों में शाम को क्लास देने का भी निर्णय लिया गया है.

Intro:एंकर- प्रदेश में नई शिक्षा निती को लेकर उच्च शिक्षा ने कवायत शुरु कर दी है। उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने नई शिक्षा निती को लेकर विभाग को जल्द मसौदा तैयार करने के सख्त निर्देश दिये हैं। धन सिंह रावत ने इसको लेकर विभागीय अधिकारियों को तलब किया और जल्द नई शिक्षा निती के मसौदे के प्रस्तुतीकरण को कहा जिसके बाद इसे केंन्द्र को भेजा जाएगा।


Body:वीओ- उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने उच्च शिंक्षा के तमाम अधिकारियों के साथ नई शिक्षा निती को लेकर बैठक ली और जल्द इसके मसौदे को तैयार करने की बात कही। वहीं इसके अलावा इस बैठक में मंत्री ने स्नातक स्तर में प्रवेश को लेकर सामने आने वाली सीटों की संख्या की समस्या का समाधान करने के भी निर्देश दिये। अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई कि प्रवेश सम्बन्धी सीटों की समस्या से सम्बन्धित 18 महाविद्यालयों में मुख्य रूप से समस्या को चिन्हित किया गया है। प्रवेश सम्बन्धी सीटों की समस्या का सामना करने वाले गोपेश्वर, लोहाघाट, टनकपुर, गंगोहाट, पिथौरागढ़, बागेश्वर, काशीपुर, रूद्रपुर, हल्द्वानी, गरूड़, खटीमा, रामनगर, मंगलौर, बाजपुर, पाटी, चम्पावत, ऋषिकेश, सितारगंज महाविद्यालयों में आवश्यकता के अनुरूप 10 प्रतिशत कमजेार वर्गों के आरक्षण के बाद 10 प्रतिशत सीट वृद्धि किया जायेगा, इसके अतिरिक्त आवश्यकतानुसार कुलपति एवं शिक्षा निदेशक के सहमति पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त सीटों की वृद्धि की जायेगी। इसके अलावा प्रवेश सम्बन्धी दबाव को कम करने के लिए खटीमा हल्द्वानी, रूद्रपुर, ऋषिकेश जैसे महाविद्यालयों में सांध्य कालीन क्लास का भी प्रबन्ध करने का निर्णया लिया गया है।Conclusion:
Last Updated : Aug 20, 2019, 5:39 PM IST
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