देहरादून: प्रदेश में बीते कई सालों से 'टेक होम राशन' का कार्य कर रही स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की ओर से विशेष प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. इस दौरान नारी शक्ति स्वरूपा महिला प्रदेश संगठन स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने 'टेक होम राशन' का कार्य ई-टेंडरिंग के माध्यम से निजी कंपनी को सौंपे जाने का पुरजोर विरोध किया है.
नारी शक्ति स्वरूपा महिला प्रदेश संगठन की अध्यक्ष गीता मौर्या ने बताया कि प्रदेश में साल 2014 से 11,000 गरीब परिवारों की महिलाएं प्रत्यक्ष रूप से 'टेक होम राशन' के तहत कार्य कर रही हैं. ऐसे में अगर राज्य सरकार 'टेक होम राशन' का कार्य निकट भविष्य में निजी हाथों में सौंप देती है तो इसका सीधा असर इन महिलाओं की आजीविका पर पड़ेगा. यही कारण है कि उनके संगठन ने इस विषय में मुख्यमंत्री को भी पत्र सौंपा है और उम्मीद जताई है कि मुख्यमंत्री इस पूरे मामले में कोई सकारात्मक निर्णय लेंगे.
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नारी शक्ति स्वरूपा महिला प्रदेश संगठन की कोषाध्यक्ष कोमल ने बताया कि पिछले साल कोरोना के चलते जारी पूर्ण लॉकडाउन के दौरान भी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने 'टेक होम राशन' के तहत कई घरों तक राशन पहुंचाया था. प्रदेश की हजारों स्वयं सहायता समूह की महिलाएं पूरी ईमानदारी से साल 2014 से अपना कर्तव्य निभाते आ रही हैं. ऐसे में यदि सरकार 'टेक होम राशन' का कार्य निजी हाथों को सौंप देती है तो यह सीधे तौर पर प्रदेश की महिलाओं के साथ अन्याय होगा.