देहरादून: अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर कांग्रेस ने लगातार सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. इसी कड़ी में अंकिता भंडारी के माता-पिता ने एक भाजपा पदाधिकारी का नाम लिया है, लेकिन अब तक उस पदाधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने पर कांग्रेस महिला कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया और कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय से होते हुए ग्लोब चौक और एश्ले हॉल तक शव यात्रा निकाली.
महिला कांग्रेस ने राज्य सरकार को बताया विफल: महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने बताया कि सरकार इस मामले में दोषियों को बचाने का प्रयास कर रही है. अंकिता के माता-पिता के आरोपों के अनुसार भाजपा पदाधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है और ना ही सबूतों को नष्ट करने के लिए तत्काल रिजॉर्ट पर जेसीबी चलाने का आदेश देने वाली विधायक और तत्कालीन एसडीएम के खिलाफ कोई कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य निर्माण में महिलाओं का अहम योगदान रहा है, लेकिन प्रदेश में लगातार महिलाओं के खिलाफ आपराधिक घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. ऐसे में सरकार महिला अपराध पर लगाम लगाने में पूरी तरह से विफल साबित हुई है.
महिला कांग्रेस ने कार्रवाई की उठाई मांग: कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने की मांग करते हुए भाजपा पदाधिकारी पर कार्रवाई की मांग की है. हालांकि अंकिता मर्डर केस में वीआईपी के नाम पर सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को पुलिस मुख्यालय ने निराधार बताया है. बीते सोमवार की शाम को जारी किए गए बयान में इस बात का उल्लेख किया गया है कि अगर अंकिता भंडारी के माता-पिता के पास कोई साक्ष्य हैं तो वो उन्हें एसआईटी को दे सकते हैं.
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अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर हल्द्वानी में प्रदर्शन: हल्द्वानी के नैनीताल रोड तिकुनिया चौराहे पर अंकिता भंडारी हत्याकांड को एक साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी अभी तक न्याय नहीं मिल पाने से आक्रोशित कांग्रेस महिला कार्यकर्ताओं ने पुतला दहन किया है. इसी बीच उन्होंने आरोप लगाया कि 1 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक भाजपा सरकार द्वारा VVIP व्यक्ति का नाम उजागर नहीं करना अंकिता के साथ अन्याय है.
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