देहरादूनः धर्मनगरी हरिद्वार में आयोजित विश्व के सबसे बड़े धार्मिक महोत्सव महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने के लिए पहली बार महिला कमांडो दस्ते का गठन किया गया है. इसमें उत्तराखंड पुलिस की अलग-अलग इकाइयों से चुनिंदा कांस्टेबलों से लेकर महिला सब इंस्पेक्टर तक के 22 सदस्यों वाली टीम इस महिला कमांडो दस्ते में शामिल होंगी. टिहरी गढ़वाल के नरेंद्रनगर पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में महिला कमांडो दस्ते को प्रशिक्षण देकर तैयार किया जा रहा है. ग्रैंडमास्टर शिफु शौर्य भारद्वाज को इन महिला कंमाडो को ट्रेनिंग देने के लिये गेस्ट ट्रेनर के तौर पर एक हफ्ते के लिये बुलाया गया था. राज्य सरकार के नोटिफिकेशन के आधार पर 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक आयोजित महाकुंभ मेले में इस महिला कमांडो दस्ते की पहली तैनाती की जाएगी.
उत्तराखंड की एटीएस जैसी महत्वपूर्ण विंग में महिला कमांडो दस्ते के गठन को महिला सशक्तिकरण के तरफ बढ़ते कदम के रूप में भी देखा जा रहा है. जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रस्तावित तिथि आगामी 22 या 24 फरवरी को एटीएस विंग के अंतर्गत गठित की गई इस पहली महिला कमांडो दस्ते को हरी झंडी देंगे.
मुख्यमंत्री के निर्देश पर महिला कमांडो दस्ते का गठन
उत्तराखंड एटीएस विंग में शामिल होने वाली पहली महिला कमांडो दस्ते के संबंध में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के दिशा-निर्देश पर पहली बार एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड में महिला कमांडो दस्ते को नरेंद्र नगर ट्रेनिंग सेंटर में तैयार किया जा रहा है. इसका सबसे बड़ा मकसद महिला सशक्तिकरण की ओर बढ़ते कदम के साथ-साथ राज्य के महत्वपूर्ण आयोजनों में महिला कमांडो फोर्स को भी आगे लाना है.
उन्होंने कहा कि इसे देखते हुए एटीएस विंग में पहली महिला कमांडो दस्ते को तैयार किया जा रहा है. डीजीपी के मुताबिक, नरेंद्र नगर पीटीसी ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण पूरा करने के बाद आगामी अप्रैल माह से महाकुंभ के आयोजन में इस महिला कमांडो की पहली तैनाती की जाएगी, ताकि महाकुंभ जैसे बड़े धार्मिक आयोजन की सुरक्षा व्यवस्था और बेहतर किया जा सके.
उत्तराखंड राज्य में एटीएस जैसी महत्वपूर्ण सुरक्षा विंग में महिला कमांडो दस्ते का गठन कर उनकी हिस्सेदारी को महिला सशक्तिकरण के तरफ बढ़ते कदम के रूप में भी देखा जा रहा है.
एटीएस में महिला कमांडो दल को शामिल करना महत्वपूर्ण कदम
किसी भी राज्य में एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड (ATS) एक ऐसी सुरक्षा विंग है, जो किसी भी तरह के महत्वपूर्ण आयोजनों में आतंकी गतिविधि को नाकाम कर उनके विरुद्ध सफल कार्रवाई को अंजाम देती है. इतना ही नहीं, किसी भी तरह के आतंकवादी संगठन को नेस्तनाबूद करने में भी एटीएस की बड़ी भूमिका रहती है. ऐसे में उत्तराखंड की महत्वपूर्ण एटीएस विंग में पुरुषों की तर्ज पर अब महिला कमांडो दस्ते के गठन को महिला सशक्तिकरण तरफ बढ़ते कदम के रूप माना जा रहा है.