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जहां शाम ढलते ही छलकते थे जाम, अब वहां कोई नहीं लेता शराब का नाम, जानिए क्यों ? - ऋषिकेश भोगपुर बागी गांव

रानी पोखरी थाने के भोगपुर बागी गांव की. महिलाएं शराबियों को सबक सिखाने के लिए खुद ही कमान संभाल ली है. जिनका मकसद युवाओं और बुजुर्गों को नशे से बचाना है. इन महिलाओं का समूह अब 'खट-खट' गैंग नाम से प्रसिद्ध हो गया है.

ऋषिकेश महिलाओं की मुहिम लाई रंग.
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Published : Sep 22, 2019, 3:06 PM IST

Updated : Sep 22, 2019, 3:40 PM IST

ऋषिकेश: प्रदेश में जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. जिससे एक बार फिर शासन-प्रशासन में इन दिनों हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, महिलाएं शराबियों से इस कदर परेशान हैं कि उन्होंने शराबियों से निजात पाने का तरीका भी खुद ब खुद ढूंढ लिया है. आपको आज हम एक ऐसे गांव से रूबरू कराने जा रहे हैं जहां महिलाएं शराबियों से तंग आकर लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर निकल पड़ी हैं. वे चौराहे से लेकर पूरे गांव का भ्रमण करती है. इस दौरान महिलाएं शराबियों को नसीहत दे रही हैं कि अगर गांव में शराब पीता कोई दिखाई दिया तो उसकी खैर नहीं.

महिलाओं ने शराबियों को सिखाया सबक.

जी हां हम बात कर रहे हैं रानी पोखरी थाने के भोगपुर बागी गांव की. महिलाएं शराबियों को सबक सिखाने के लिए खुद ही कमान संभाल ली है. इस कार्य में गांव के युवा और बुजुर्ग भी उनका सहयोग कर रहे हैं. जिनका मकसद युवाओं और बुजुर्गों को नशे से बचाना है. इन महिलाओं का समूह अब 'खट-खट' के नाम से प्रसिद्ध हो गया है. क्षेत्र में, भोगपुर बाजार क्षेत्र में आए दिन शराबियों के आतंक रहता था. जिससे महिलाओं को काफी परेशानी होती थी. लेकिन जब से खट-खट गैंग ने कमान संभाली है तब से शराबी बाजार में दिखाई नहीं दे रहे हैं.

पढ़ें-जहरीली शराब मामलाः मुख्य आरोपियों में पूर्व भाजपा पार्षद, लंबे समय से कर रहा अवैध कारोबार

महिलाओं ने कहा कि दुकानदार चोरी छुपे से शराब परोसते थे वे भी अब जल्दी दुकान, रेस्टोरेंट और ढाबा बंदकर घर चले जाते हैं. वहीं, महिलाएं रोजाना बाजार में लाठी-डंडों के साथ बाजार में गश्त करती हैं. महिलाओं ने शराब परोसने वाले रेस्टोरेंटों को सख्त हिदायत दी है. भोगपुर, बागी इलाके की यह महिलाओं का यह दल देहरादून जिले में ऐसा करने वाला पहला दल है, जिसकी सब तारीफ कर रहे हैं.उत्तराखण्ड से अवैध तरीके से शराब से छुटकारा पाने की यह बड़ी मुहिम मानी जा रही है. यहां शराब पीने वालों की तादात कम हुई है और हर जगह महिलाओं के इस प्रयास की सराहना हो रही है.

ऋषिकेश: प्रदेश में जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. जिससे एक बार फिर शासन-प्रशासन में इन दिनों हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, महिलाएं शराबियों से इस कदर परेशान हैं कि उन्होंने शराबियों से निजात पाने का तरीका भी खुद ब खुद ढूंढ लिया है. आपको आज हम एक ऐसे गांव से रूबरू कराने जा रहे हैं जहां महिलाएं शराबियों से तंग आकर लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर निकल पड़ी हैं. वे चौराहे से लेकर पूरे गांव का भ्रमण करती है. इस दौरान महिलाएं शराबियों को नसीहत दे रही हैं कि अगर गांव में शराब पीता कोई दिखाई दिया तो उसकी खैर नहीं.

महिलाओं ने शराबियों को सिखाया सबक.

जी हां हम बात कर रहे हैं रानी पोखरी थाने के भोगपुर बागी गांव की. महिलाएं शराबियों को सबक सिखाने के लिए खुद ही कमान संभाल ली है. इस कार्य में गांव के युवा और बुजुर्ग भी उनका सहयोग कर रहे हैं. जिनका मकसद युवाओं और बुजुर्गों को नशे से बचाना है. इन महिलाओं का समूह अब 'खट-खट' के नाम से प्रसिद्ध हो गया है. क्षेत्र में, भोगपुर बाजार क्षेत्र में आए दिन शराबियों के आतंक रहता था. जिससे महिलाओं को काफी परेशानी होती थी. लेकिन जब से खट-खट गैंग ने कमान संभाली है तब से शराबी बाजार में दिखाई नहीं दे रहे हैं.

पढ़ें-जहरीली शराब मामलाः मुख्य आरोपियों में पूर्व भाजपा पार्षद, लंबे समय से कर रहा अवैध कारोबार

महिलाओं ने कहा कि दुकानदार चोरी छुपे से शराब परोसते थे वे भी अब जल्दी दुकान, रेस्टोरेंट और ढाबा बंदकर घर चले जाते हैं. वहीं, महिलाएं रोजाना बाजार में लाठी-डंडों के साथ बाजार में गश्त करती हैं. महिलाओं ने शराब परोसने वाले रेस्टोरेंटों को सख्त हिदायत दी है. भोगपुर, बागी इलाके की यह महिलाओं का यह दल देहरादून जिले में ऐसा करने वाला पहला दल है, जिसकी सब तारीफ कर रहे हैं.उत्तराखण्ड से अवैध तरीके से शराब से छुटकारा पाने की यह बड़ी मुहिम मानी जा रही है. यहां शराब पीने वालों की तादात कम हुई है और हर जगह महिलाओं के इस प्रयास की सराहना हो रही है.

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ऋषिकेश--आज ईटीवी भारत आपको एक ऐसे गांव की कहानी बताएगा जहां महिलाएं शराबियों से तंग आकर लाठी डंडों को लेकर सड़कों पर निकल पड़ी हैं, चौराहे से लेकर पूरे गांव का भ्रमण करती है, महिलाएं अब सभी को नसीहत दे रही है कि अगर गांव में शराब पी तो उनकी खैर नहीं यह गांव है रानी पोखरी थाने का भोगपुर बागी गांव,देखिए ईटीवी भारत की खास खबर--


Body:वी/ओ--ये अम्मा को देखिये.. शाम हो चुकी है,और यह अम्मा अन्य महिलाओं के साथ जिसमें युवा और बुजुर्ग सब हैं, हाथ मे लाठी ले कर घर छोड़कर चल पड़ी बाजार के लिए सभी महिलाएं साथ मे है,मकसद है तो सिर्फ युवा, बुजुर्गों को नशे से बचाना,इन महिलाओं का समूह अब खट-खट के नाम से प्रसिद्ध हो गया है क्षेत्र में, भोगपुर  बाजार क्षेत्र में आजकल शाम होते ही शराबियों में खौफ है, ख़ौफ़ है महिलाओं के समूह का ,सूर्य अस्त होते ही एक तरफ जाम टकराते थे,नशे में लोग मदहोश रहते थे,कब घर जाना है ? कब क्या बोलना है कुछ होश नहीं रहता था,दुकानदार जो चोरी छुपे से शराब परोशते थे वे भी जल्दी दुकान, रेस्टोरेंट ढाबा बंद कर महिलाओं के खौफ से घर चले जाते हैं,कहीं खट खट गैंग महिलाओं का न आ जाये,दुकानों में रोज ये महिलायें चेक करती हैं कोई शराब पी या पिला तो नहीं रहा है।अलग-अलग समय पर शाम होते ही ताकि शराबी,नशेड़ी लोग अलर्ट न हों, उनको पता न लग सके कि इस समय आएंगी?

वी/ओ--भोगपुर, बागी इलाके की यह महिलाओं का यह दल देहरादून जिले में ऐसा करने वाला पहला दल है,जिसकी अब सभी तारीफ सब कर रहे हैं,उत्तराखण्ड से अवैध तरीके से शराब से छुटकारा पाने की यह बड़ी मुहिम मानी जा रही है, अवैध रूप से शराब पीने वालों की तादात कम हुई है,उनमें डर है की कहीं इन महिलाओं का सामना न करना पड़े,जिनमें कोई इनकी ताई है,कोई चाची है,कोई भाभी है,सब अपने हैं, ग्रामीण हैं,सब एक दूसरे को जानते हैं,इसलिए शर्म की वजह से भी नशा करने नहीं आते अब क्योंकि पकड़े गए तो क्या जवाब देंगे ???


बाईट--विमला देवी(स्थानीय)
बाईट--रीना देवी(स्थानीय)
बाईट--निशा रावत(ग्रुप लीडर)
बाईट--नीरज सिंह खड़का(स्थानीय)




Conclusion:वी/ओ--ऐसे में जब इन महिलाओं ने नशे के खिलाफ अभियान छेड़ दिया तो अब लोग इसकी जमकर तारीफ भी कर रहे हैं,वहीं शराबियों, नशेबाजों के लिए यह आंदोलन एक बड़ी मुसीबत बन चुका है,महिलाओं का कहना है इसको जब तक यहां से नशा करने छोड़ नहीं देते क्षेत्र को नशा मुक्त नहीं कर लेते तब तक मुहिम जारी रहेगी।

पीटीसी--विनय पाण्डेय ऋषिकेश
Last Updated : Sep 22, 2019, 3:40 PM IST
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