देहरादून: महिला पुलिस हेल्पलाइन काउंसलिंग के अंतर्गत आने वाले 'ऐच्छिक ब्यूरो समिति' अध्यक्षा के रूप में देहरादून एसएसपी डॉ. योगेंद्र रावत की पत्नी लता रावत ने कार्यभार संभाल लिया है. शनिवार वे कार्यालय पहुंची. इससे पहले बीते शनिवार से ही उन्होंने महिला हेल्पलाइन संबंधी समस्याओं से जुड़े विषयों पर काउंसिलिंग शुरू कर दी थी. ऐसे में इस शनिवार 16 जनवरी 2021 से लता रावत में एसएसपी कार्यालय परिसर से संचालित महिला हेल्पलाइन काउंसिलिंग सेल में काउंसिलिंग विशेषज्ञों की अपनी टीम के साथ ऑफिस में बैठकर कामकाज शुरू कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक अब हर शनिवार देहरादून एसएसपी की पत्नी लता रावत ऐच्छिक ब्यूरो समिति अध्यक्ष के रूप में महिलाओं से जुड़े घरेलू हिंसा, मारपीट ,दहेज उत्पीड़न जैसे तमाम मामलों में मनोचिकित्सक, शिक्षाविद, फैमिली कोर्ट वकील जैसे अन्य विशेषज्ञों की के साथ शिकायतकर्ताओं की काउंसिलिंग करेंगी. ताकि एक ही मंच पर दोनों पक्षों के सुझाव और विशेषज्ञों की मदद से रिश्तों को जोड़ने वाले विषयों पर आपसी सामंजस्य बनाकर पुलिस और कोर्ट कार्रवाई से बचाया जा सके.
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पहाड़ी जनपदों से जुदा है देहरादून महिला सेल में समस्याओं का विषय
लता रावत का मानना है कि पहाड़ी जनपदों की तुलना देहरादून महिला हेल्पलाइन सेल में न सिर्फ समस्याओं और शिकायतों का मामला अलग विषयों का है. बल्कि टिहरी, नैनीताल जैसे पर्वतीय जनपदों के मुकाबले देहरादून में हिंसा एवं अन्य तरह ज्यादतियों वाले अपराधों में जागरुक होकर पीड़ित महिलाएं अधिक शिकायत दर्ज कराकर कार्रवाई की मांग कर रही हैं. इतना ही नहीं पहाड़ों के मुकाबले देहरादून में अधिक पढ़ी लिखी महिलाएं अपने अधिकारों की लड़ाई भी बेहतर तरीके से करना चाहती हैं.
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रिश्तों को तोड़ने की जगह जोड़ने का प्रयास: महिला सेल अध्यक्ष
ऐच्छिक ब्यूरो समिति के अध्यक्ष लता रावत के मुताबिक उनकी विशेषज्ञों वाले टीम का यही प्रयास रहेगा कि जो भी महिलाएं शिकायत सेल में काउंसिलिंग के लिए आती हैं उनके दोनों पक्षों को एक मंच पर बैठा कर हर तरह से सामंजस्य बनाकर रिश्तों को तोड़ने के बजाय जोड़ने में विश्वास दिलाया जाये. ताकि कम से कम संख्या में शिकायतकर्ता पुलिस और कोर्ट कचहरी के फजीहत से बच सकें.